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शेयर ट्रेडिंग से प्रॉफिट केवल 10% लोग ही कमा पाते हैं शेष 90% लोग बिना अनुभव और जानकारी की कमी के चलते नुकसान उठाते हैं। Intraday Trading आपको तभी करना चाहिए जब आपको स्टॉक मार्केट में कम समय में होने वाले उतार चढाव के बारे में कुछ बेहतर जानकारी हो, लेकिन अक्सर लोग इसका उल्टा करते है। नया निवेशक Intraday Trading सबसे पहले करने की कोशिश करता है, जबकि उसे डेमो या पेपर ट्रेडिंग से शुरुवात करनी चाहिए। जब यहां कुछ समझ आने लगे फिर सीमित मात्रा में शेयर खरीद कर 2 -4 दिन वेट एंड वाच करके देखे कि उनमें किस दिशा में और कितना चेंज आया। मार्केट के चार्ट रीडिंग मेथड को देखे और समझने का प्रयास करे। न्यूज़ चैनल और समाचार पत्रों से भी शेयर मार्केट का ज्ञान बढ़ाते रहें। अगर मार्केट की बारीकियां आपने समझ ली तो यहां मोटा पैसा बनाने से आपको कोई रोक नहीं सकता।
इस तरह उसकी मार्केट की समझ बढ़ेगी। जब कोई ट्रेडर मार्केट की स्केल्पिंग और स्विंग ट्रेडिंग जैसी विधियों को जानेगा और उस विधि से ट्रेड करके उसका प्रैक्टिकल अनुभव करेगा तभी जाकर वह अपने लिए एक ट्रेडिंग सिस्टम बना पायेगा। क्योंकि एक सिस्टम जो किसी ट्रेडर को फायदा देता है, आवश्यक नहीं है कि दूसरा ट्रेडर भी उसे अप्लाई करके लाभ प्राप्त कर पायेगा। इसका कारण प्रत्येक ट्रेडर का माइंड सेटअप अलग होना है। ग्रीड एंड फियर फैक्टर सबके लिए अलग तरह से काम करता है। किसी को छोटा मुनाफा और कम समय का स्केल्पिंग ट्रेड करना पसंद होता है तो कोई लम्बा मुनाफा पाने के लिए कुछ दिन वेट करके स्विंग ट्रेडिंग पसंद करता है।
शेयर ट्रेडिंग की ट्रिक आपके विचार से है उपयोगी
मार्केट में सीधा कुछ नही होता, सब उल्टा है। इसलिए, इस सवाल को भी में थोड़ा बदल देता हूं। शेयर मार्केट में ऐसी कौन सी चीजें है जो अधिकतर लोगों को समझ में आती हैं, जो उपयोगी भी हैं, फिर भी लोग व्यवहार में नही लाते ?
तो कुछ बातें है :
पहली और सबसे जरूरी, घाटे की निर्धारित सीमा। आप जब भी ट्रेड लें, कमाई का पता हो या न हो, पर ये अवश्य पता होना चाहिए, की आप कितने घाटे पर सौदा काट लेंगे। ये अकेली बात आपको बड़े घाटे से बचाएगी, क्योंकि होता अक्सर ये है, की बहुत छोटे छोटे प्रॉफिट होते हैं और फिर एक बड़ा लॉस होता है। यह इतनी सरल बात है, लेकिन ऐसे कितने लोग मिल जाएंगे, जो इस छोटी सी लगने वाली बात को व्यवहार में नही ला पाते। इसके पीछे पूरा मनोविज्ञान है।
दूसरी बात, जिसका ये सवाल खुद गवाह है। लोगों को लगता है की जरूर कोई ऐसी ट्रिक है जो सिर्फ कुछ लोगों को पता है और बहुत ही उपयोगी है। हकीकत में, ऐसी कोई ट्रिक नही है। असली ट्रिक है, किसी भी एक स्ट्रेटजी को लेकर उसमें प्रवीणता हासिल करना। साथ ही पहली बात को ध्यान रखना, और अपनी हैसियत के हिसाब से ट्रेड करना। बस, इतना काफी है। कहना आसान है, लेकिन जो अनुभवी है, वो बताएंगे, इसको अमल में लाने में बरसों लग जाते हैं।
बायदा बाज़ार में लिस्टेड शेयर में व्यापार के क्या है फायदे
कारण तो कई है मगर यहा कुछ मुख्य कारण रखता हूं । वायदा बाजार के शेयर में तरलता ज्यादा होती है ऑर तरलता ट्रेडिंग की जान होती है। उनका स्प्रेड भी कम होता है । इसी की वजह से एंट्री ऑर एक्सिट आसान होती है । कई लोग वायदा बाज़ार के शेयर का लोट खरीदते है ऑर बेचते है । एक लोट खरीदने के लिए सिर्फ मार्जिन ही भरना पड़ता है । 10 लाख के शेयर खरीदने के लिए 1 लाख से भी कम मार्जिन चाहिए होता है, इसमें दलाली में भी बहुत फायदा होता है, वायदा बाजार के शेयर का विश्लेषण करने में सरलता ज्यादा रहेती है ।
क्या शेयर ट्रेडिंग एक जुआ है?
वैसे जुआ नही है मगर हालात ऐसे हो जाते है कि जुआ ही बन जाता । पहले पहले तो आदमी काफी दिमाग लागाता है पढाई करता है जानकारी भी जुटाता है टेरेडिग करने के लिए कुछ समय बाद लोगों की बातों मे,रुमयरस और तरह तरह की राय पर विशवास करने लग जाता है कयोकि उसका अपना विशवास डगमगा जाता है। अधिक तर लोग इसे जुआ ही समझ लेते है कयोकि अपना बस चलता नहीं।
शेयर मार्किट में जरुरी नहीं की आपको हमेशा नुकसान ही हो, ये तो साधारण सी बात हे की अगर आपको किसी चीज का ज्ञान न हो तो आपको उसमे नुकसान होना ही हे वैसे ही शेयर मार्किट में भी हे अगर आप बिना जानकारी के ट्रेड करोगे तो आपको उसमे नुकसान ही होना है।
Disclaimer :– khabarjunction.com पर Share Market ट्रेडिंग से सम्बंधित दिए हुए लेख केवल पाठकों की जानकारी और ज्ञानवर्धन के लिए दी गयी हैं। Share Market ट्रेडिंग काफी रिस्की है khabarjunction.com वेबसाइट किसी भी तरह से आपको लाभ / हानि होने का दावा नहीं करता है। ट्रेडिंग के लिए प्रोत्साहित नही करता हैं। इसलिए किसी भी Share में निवेश करने से पहले किसी प्रोफेशनल से संपर्क करके ट्रेडिंग करें।