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जब राज कपूर के सीने पर बैठ गई थीं वहीदा रहमान, उस दिन मचा था खूब बवाल

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बात 58 साल पहले आई फिल्म ‘तीसरी कसम’ के वक्त की है। साल 1966 में आई इस फिल्म में वहीदा रहमान और राज कपूर लीड रोल में थे। वहीदा ने किताब Conversations with Waheeda Rehman में वह किस्सा बताया था। वहीदा फिल्म के शूट से राज कपूर और बाकी लोगों के साथ लौट रही थीं। वो ट्रेन में थीं और स्टूडेंट्स की भारी भीड़ ने उन्हें घेर लिया। सिर्फ इसलिए क्योंकि वो वहीदा रहमान से मिलना चाहते थे।

वहीदा रहमान और राज कपूर मध्य प्रदेश के बीना में ‘तीसरी कसम’ की शूटिंग कर रहे थे, और वहीं पर वो फैंस की उस भीड़ से टकराए, जिसे वो कभी नहीं भूलेंगी। वहीदा रहमान शूटिंग खत्म करके राज कपूर, अपनी बहन और हेयर ड्रेसर के साथ ट्रेन से रवाना हो रही थीं। वो सभी ट्रेन में बैठ चुके थे। ट्रेन चली भी, पर थोड़ी देर बाद ही रुक गई।

वहीदा रहमान के मुताबिक, उन्हें लगा कि शायद कोई तकनीकी खामी होगी। लेकिन जब उन्होंने और राज कपूर ने अपने कंपार्टमेंट की खिड़की से बाहर झांककर देखा, तो बीना स्टेशन के दोनों तरफ छात्रों की भारी भीड़ थी। वहीदा ने बताया था, ‘लोग चिल्ला रहे थे कि उतरो, उतरो, देखना है, देखना है।

 

इस कारण भड़के थे छात्र, ट्रेन को घेर लिया

उसी बीच कोई आया और राज कपूर से कहा कि उन्हें छात्रों के नेता से बात करनी चाहिए ताकि वह स्टूडेंट्स की भारी भीड़ को समझा-बुझाकर ट्रैक से हटा सके। वहीदा रहमान के मुताबिक, स्थानीय छात्र ‘तीसरी कसम’ की शूटिंग देखना चाहते थे, लेकिन प्रोडक्शन टीम ने उन्हें बार-बार गलत एड्रेस दे दिया। छात्र क्लास बंक करके साइकिल चलाकर बताए गए स्पॉट पर जाते, पर वहां कोई नहीं मिलता। जब कई दिनों तक ऐसा ही चलता रहा तो छात्रों ने आपा खो दिया और ट्रेन को घेर लिया।

राज कपूर की जिद, वहीदा रहमान को बाहर नहीं आने दिया

लेकिन राज कपूर ने तय कर लिया था कि वहीदा रहमान न तो ट्रेन से नीचे उतरेंगी और ना ही छात्र उनसे मिलेंगे। उन्होंने छात्रों से कहा कि आपने मुझे देख लिया, लेकिन वहीदा जी बाहर नहीं आएंगी। वो महिला हैं, वो नहीं आएंगी। लेकिन राज कपूर की यह बात छात्रों को समझ नहीं आई और उन्होंने चेतावनी दे डाली कि वहीदा जी को अपने फैंस से मिलना पड़ेगा, नहीं तो वो ट्रेन नहीं चलने देंगे। लेकिन राज कपूर ने कंपार्टमेंट का गेट बंद कर दिया।

यहीं से स्थिति बिगड़ गई और छात्र भड़क गए। उन्होंने ट्रेन पर पत्थर बरसाने शुरू कर दिए। लोहे की छड़ें निकाल लीं और ट्रेन के दरवाजों पर मारने लगे। यह देख वहीदा रहमान और राज कपूर डर गए और उन्हें कंपार्टमेंट में नीचे झुककर बैठना पड़ा ताकि चोट न आए। यह देख राज कपूर और गुस्सा हो गए। वह भीड़ से मिलने बाहर जाना चाहते थे। पर वहीदा रहमान ने बहन और हेयर ड्रेसर के साथ मिलकर राज कपूर को किसी तरह काबू में करने की कोशिश की।

उन्होंने राज कपूर को नीचे लिटाया और वहीदा रहमान उनकी छाती पर बैठ गईं। वहीं वहीदा रहमान की बहन ने राज कपूर की टांगे पकड़ी। राज कपूर का चेहरा लाल पड़ गया था और वो खुद को छुड़ाने की खूब कोशिश कर रहे थे। वहीदा रहमान के मुताबिक, उस वक्त खूब ड्रामा हुआ था।

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