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स्विंग ट्रेडिंग क्या है,और ये कैसे की जाती है?

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जी हाँ स्विंग ट्रेडिंग भी बढ़िया होती है और उस से भी आप लाभ बना सकते है | स्विंग ट्रेडिंग ट्रेडिंग की एक शैली है जो कुछ दिनों से लेकर कई हफ्तों तक स्टॉक में (या किसी भी वित्तीय उपकरण) में अल्पकालिक से मध्यम अवधि के लाभ पर कब्जा करने का प्रयास करती है। व्यापार के अवसरों की तलाश के लिए स्विंग व्यापारी मुख्य रूप से तकनीकी विश्लेषण का उपयोग करते हैं।

आप ऊपर एक ट्रेड स्क्रीन शार्ट देख रहे हो ये मार्च मैं की गयी ट्रेड का स्क्रीन शार्ट है देखो मुथुटफिन स्टॉक उस टाइम पर ६१४ छै सो चौदह रुपए पर से सीधे ६४१ छै सो इक्तालीस रुपए स्विंग ट्रेडिंग पर आ गया था | आप एक दिन के लिया और जायदा दिन के लिए आप स्टॉक को होल्ड कर स्विंग ट्रेडिंग कर सकते है।

शेयर ट्रेडिंग के लिए सबसे पहले डीमैट अकांऊट खुलवाया जाता है,लेकिन उससे पहले किसी भी बैंक उदाहरण के लिए एसबीआई, पीएनबी या जिसमें ग्राहक की इच्छा हो,पैन कार्ड होना चाहिए,और डीमैट अकांऊट खोलने के लिए वोटर कार्ड,या आधार कार्ड की भी जरूरत पड़ती है. अब आते हैं बेसिक अन्य जानकारी पर,मैं व्यक्तिगत तौर पर जीरोधा का ग्राहक हूँ,डीमैट अकांऊट आपके बैंक अकांऊट से लिंक होता है,जब आपको पैसा जमा या निकासी करनी हो,आप जीरोधा डीमैट अकांऊट से ऐसा कर सकती हैं.

ऑनलाइन खाता खुलने और प्रोसेस में लगभग पन्द्रह दिन लग जाती है,लेकिन फिर भी पन्द्रह दिन लगे,या बीस दिन हमेशा डिस्कांऊट ब्रोकर के पास ही डीमैट अकांऊट खुलवानी चाहिए. और कुछ कड़वी सच भी शेयर ट्रेडिंग से पहले हर निवेशकों को समझाया जाता है,और यह जरूरी भी है,जैसे अभी मार्केट की हालत खराब चल रही है,सरकार की नजर केवल सरकारी टैक्स कलेक्शन करने में अधिक है,रिटेल निवेशक बर्बाद ही क्यों न हो जाए,हमारे देश की सरकारों पर कोई फर्क नहीं पड़ता,पिछली बार वितमंत्री ने एफआईआई पर टैक्स और एलटीसीजी टैक्स लगाकर रिटेल निवेशकों को बर्बाद कर दिया था।

क्योंकि एफआईआई ने पैसा निकालना शुरू कर दिया था,बाजार बड़ी तेजी से गिरे.और रिटेल निवेशक बर्बाद हो गया,अब हमारी नयी सरकार भारी बहुमत से आई,और आते ही बजट में एफपीआई पर टैक्स की मार पड़ी,डिविडेंड और बायबैक की रूल्स पर विचार हुआ, एफआईआई अर्थात विदेशी निवेशक भारतीय शेयर बाजार से भाग रहे हैं,और हाल के नोटबंदी के बाद निवेशक कमा नहीं रहा, बर्बाद हो रहा है,क्योंकि विदेशी निवेशकों को लगता है, कि भारत में कभी भी कुछ भी नियम बन सकते हैं,और दूसरी ओर आईएलएफएस ,यस बैंक,पीसी ज्वेलर्स, जैसी अनेक शेयरों और कंपनियों का प्राईस मूवमेंट और लाचारी पन रिटेल और विदेशी निवेशकों का भरोसा बाजार पर नहीं रहा है,उन्हें लगता है कि यहाँ रेगुलेटर भ्रष्ट और नक्कारा है,पैसा देकर आप कुछ भी करा सकते हैं,आईएल एफ एस जैसी अनगिनत भ्रष्टाचार से रिटेल निवेशकों को सिर्फ बर्बादी मिली.और दूसरी तरफ यस बैंक चार सौ से अस्सी नब्बे रूपये पर,या पीसी ज्वेलर्स भी इसी तरह ले डूबा,अनगिनत सैकड़ों उदाहरण हैं.और इस बजट के बाद हर दिन भारी गिरावट आ रही है, लोग हर दिन घाटे में जा रहे हैं।

लेकिन एक बयान किसी तथाकथित नेता,विभाग का मार्केट को सपोर्ट करने वाला नहीं आता,उल्टा रिटेल निवेशकों को कैसे टैक्स के नाम पर लूट लेना है। दोहरी टैक्स हो या तिहरी इसका प्लान हमारे सरकारी तंत्र में बन जाती है,फिर भी अगर जो भी शेयर ट्रेडिंग करना चाहें,बेशक करें। पर यहाँ के बाजार को अमेरिकी शेयर बाजार समझने की भूल भूलकर भी न करें कि एक दिन भी शेयर बाजार गिरता है,तो वहां की सरकार और राष्ट्रपति तक बाजार की सपोर्ट में ट्वीट पर ट्वीट और बयान जारी कर देते हैं.यहाँ रेगुलेटर और टीवी न्यूज से अलग स्वविवेक से काम करें,कम पैसा लगाएँ,और निफ्टी के अलग अलग स्टॉक में पैसा सिप मूड में लगाएँ।

Disclaimer :– khabarjunction.com पर Share Market ट्रेडिंग से सम्बंधित दिए हुए लेख केवल पाठकों की जानकारी और ज्ञानवर्धन के लिए दी गयी हैं। Share Market ट्रेडिंग काफी रिस्की है khabarjunction.com वेबसाइट किसी भी तरह से आपको लाभ / हानि होने का दावा नहीं करता है। ट्रेडिंग के लिए प्रोत्साहित नही करता हैं। इसलिए किसी भी Share में निवेश करने से पहले किसी  प्रोफेशनल से संपर्क करके ट्रेडिंग करें।

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