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सनी देओल के करियर के बीच में उनकी शादी से धर्मेन्द्र कितने थे चिंतित

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सनी मात्र 14 साल के थे जब लिंडा महल उर्फ पूजा देओल से उनकी सगाई हो गई थी। राजेंद्र कुमार के बेटे कुमार गौरव की फिल्म लव स्टोरी की सफलता से उत्साहित धर्मेंद्र ने भी अपने बेटे सनी को जल्द से जल्द फिल्मों में लॉन्च करने का फैसला किया। और तय हुआ कि सनी की डेब्यू फिल्म बेताब होगी। बेताब की कहानी लिखी थी जावेद अख्तर ने।

सलीम खान से अलग होने के बाद ये जावेद अख्तर की लिखी पहली फिल्म थी। फिल्म के डायरेक्शन की ज़िम्मेदारी दी गई राहुल रवैल को। राहुल रवैल ने ही कुमार गौरव की लव स्टोरी भी डायरेक्ट की थी। एक दफा राहुल रवैल ने ये भी कहा था कि बेताब की कहानी मूलरूप से उनकी और एक्ट्रेस मधू कपूर की प्रेम कहानी पर आधारित थी।

खैर, जब फिल्म की पूरी प्लानिंग हो गई तो धर्मेंद्र ने सनी के ससुर कृष्ण देव सिंह महल को फोन करके उन्हें जानकारी दी कि सनी अब फिल्मों में डेब्यू करने वाले हैं। ये सुनकर कृष्ण देव सिंह महल को अपनी बेटी की फिक्र होने लगी। उन्हें लगने लगा कि अगर सनी फिल्मस्टार बन गए तो कहीं वो उनकी बेटी को ना भूल जाएं। उस वक्त लिंडा भारत में सनी देओल के घर पर ही ठहरी हुई थी।

उनके पिता यानि सनी के ससुर कृष्ण देव सिंहमहल ने उन्हें आदेश दिया कि वो फौरन इंग्लैंड वापस लौट आएं। लिंडा चाहती तो नहीं थी, लेकिन पिता के आदेश का पालन करते हुए वो इंग्लैंड लौट गई। लंदन पहुंचकर जब पिता से उनकी बात हुई तो उन्हें अपने पिता की फिक्र का अंदाज़ा हुआ। लेकिन उन्होंने पिता से साफ कह दिया कि मैं सनी को नहीं छोड़ सकती हूं।

ये बात सुनकर उनके पिता कृष्ण देव सिंह महल ने धर्मेंद्र को फोन लगाया और कहा कि अब सनी और लिंडा की शादी का वक्त आ चुका है। धर्मेंद्र को ये बात अजीब लगी। वो चाहते थे कि सनी की शादी बेताब के रिलीज़ होने के बाद हो। उन्होंने लिंडा के पिता से कहा भी बेताब रिलीज़ हो जाए। फिर कर देंगे इन दोनों की शादी।

लेकिन कृ्ष्ण देव सिंह महल नहीं माने। उन्होंने धरम जी से कह दिया कि वो बस अपनी बेटी के भविष्य की सुरक्षा चाहते हैं। उनकी फिक्र देखते हुए धर्मेंद्र लिंडा और सनी की शादी के लिए मान गए। लेकिन उन्होंने एक शर्त भी रख दी। धर्मेंद्र ने कहा कि ये शादी सीक्रेट रखी जानी चाहिए। बेताब जब रिलीज़ हो जाएगी तब इस शादी की खबर बाकी दुनिया को पता चलनी चाहिए।

दरअसल, धर्मेंद्र को फिक्र थी कि अगर सनी की शादी की खबर फैल गई को उनका करियर बनने से पहले ही खत्म हो जाएगा। धर्मेंद्र की शर्त को लिंडा के पिता ने भी मान लिया। आखिरकार सनी और उनके दादा केवल किशन सिंह देओल 1981 में इंग्लैंड गए। और वहां आर्य समाज के रीति-रिवाजों के अनुसार सनी और लिंडा की शादी हो गई। शादी के कुछ दिन बाद सनी भारत वापस लौट आए। फिर कुछ दिन बाद लिंडा भी अपने दादा ससुर यानि धर्मेंद्र के पिता के साथ भारत आ गई। दादा ने ही लिंडा को पूजा नाम दिया था।

इस तरह 24 साल की उम्र में सनी देओल की शादी हो गई। बेताब रिलीज़ हुई और ज़बरदस्त हिट रही। सनी देओल स्टार बन गए। 1984 में धर्मेंद्र ने अपने परिवार व खास दोस्तों को मौजूदगी में सिख रीति-रिवाजों से सनी और लिंडा की शादी कराई। ये कहानी अमर उजाला के ऑडियो प्रोग्राम ‘सुन सिनेमा’ पर मैंने सुनी थी। 

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