छोड़कर सामग्री पर जाएँ

भगवान कहां करते हैं निवास

इस ख़बर को शेयर करें:


एक बार भगवान भी समस्या में उलझ गए। लोगों की बढ़ती साधना पूजा और तपस्या से अत्यंत प्रसन्न थे परंतु जब किसी मनुष्य पर कोई मुसीबत आन पड़ती है तो भगवान के पास आ जाता है और उन्हें अपनी परेशानियां बताने लगते हैं।

सभी मनुष्य भगवान से कुछ न कुछ मांगने लगते हैं। भगवान इस से बहुत दुखी हो जाते हैं इसलिए उन्होंने इस समस्या का निवारण करने के लिए देवताओं की एक बैठक बुलाई। भगवान ने बोला कि है देवता मै मनुष्य की रचना कर कर कष्टों के भवर में फंस गया हूं। कोई न कोई मनुष्य हर समय शिकायत करता रहता है। जिसकी वजह से न मै शांति से रह सकता और न ही तपस्या में लीन हो सकता हूं।

भगवान आगे बोलते हैं कि आप सभी मुझे ऐसा स्थान बताएं जहां पर मनुष्य कभी ना पहुंच सके। सभी देवता अपने अपने विचार व्यक्त करने लगते हैं। गणेश जी कहते हैं कि आप हिमालय की चोटी पर चले जाएं। भगवान ने कहा कि मनुष्य को इस स्थान पर पहुंचने के लिए अधिक समय नहीं लगेगा।

इंद्रदेव ने कहा कि आप किसी महासागर में चले जाएं। वरुण देव बोले कि आप अंतरिक्ष में चले जाएं। भगवान ने कहा कि मनुष्य एक न एक दिन वहां भी पहुंच जाएगा। भगवान निराश हो गए। वह सोचने लगे क्या इस ब्रह्मांड में ऐसा कोई गुप्त स्थान नहीं है जहां पर मैं शांति पूर्वक समय बिता सकूं।

सूर्यदेव बोले की आप ऐसा कर करें मनुष्य के हृदय में वास करिए। मनुष्य हर स्थान पर आपको ढूंढेगा पर वह यहां पर कभी नहीं आपको तलाश करेगा। भगवान को सूर्य देव के विचार बहुत अच्छे लगे। वह मनुष्य के हृदय में वास करने लगे। मनुष्य अपना दुख व्यक्त करने के लिए भगवान को हर जगह ढूंढने लगे। ऊपर, नीचे, आकाश, पाताल, दांए बांए परंतु वह अपने अंदर ईश्वर को नहीं देख पा रहा था।
ऐसी ही हम भी ईश्वर को आसपास ढूंढने की कोशिश करते हैं परंतु यह नहीं समझते कि भगवान तो हमारे दिल में ही रहते हैं।

ॐ नमः शिवाय, ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः

गणेश मुखी रूद्राक्ष पहने हुए व्यक्ति को मिलती है सभी क्षेत्रों में सफलता एलियन के कंकालों पर मैक्सिको के डॉक्टरों ने किया ये दावा सुबह खाली पेट अमृत है कच्चा लहसुन का सेवन श्रीनगर का ट्यूलिप गार्डन वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में हुआ दर्ज महिला आरक्षण का श्रेय लेने की भाजपा और कांग्रेस में मची होड़