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प्राइस एक्शन ट्रेडिंग क्या है ?

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प्राइस एक्शन ट्रेडिंग किसी भी ट्रेडिंग प्रक्रिया का महत्वपूर्ण अंग है। एक विश्लेषक के रूप में मैं कहना चाहूंगा कि यदि कोई निवेशक इंडिकेटर, न्यूज़ और भी कई बाह्य चीजों से खुद को अपडेट नहीं रखता हो लेकिन प्राइस एक्शन की उसे समझ हो तो वह सफलता पूर्वक बाजार में ट्रेड कर सकता है।

लेकिन यदि निवेशक को प्राइस एक्शन की समझ न हों तो तमाम इंडिकेटर लगाने के बाद भी वह सफल रूप से ट्रेड नहीं कर पायेगा। एक प्राइस एक्शन ट्रेडर सिर्फ शेयर मूल्य में हुए परिवर्तन को देखकर आगे का अनुमान लगाने में सक्षम होता है।

ऐसे तो सभी व्यक्ति प्राइस एक्शन को जानते हैं और उसका उपयोग भी करते हैं। लेकिन उन चीजों पर कभी गौर नहीं करते। अब एक दैनिक जीवन से जुड़ा हुआ उदाहरण देखते हैं। जिससे प्राइस एक्शन आपको समझ मे आ सके।
उदाहरण: सामान्यतः हमारे इलाके में प्रतिवर्ष आम की कीमत 30 रुपये रहता है लेकिन इस वर्ष कीमत 100 रुपये है।

विश्लेषण: हमें सिर्फ यहां पर मूल्य की जानकारी दी गयी है। लेकिन सभी खबर हमें प्राइस एक्शन समझा देता है कि भैया इस बार फसल को जम कर नुकसान हुआ है। जिसके कारण फसल ज्यादे मात्रा में बाजार में नही आ पाया।

प्राइस एक्शन हमें समझा देता है कि यह सस्ता मिल रहा है। क्योंकि फसल बाजार में ज्यादे नहीं आया है और खरीदने वाले तो बढ़ेंगे ही। क्या खरीदने वाले बढ़ेंगे। फिर से वही बता रहा हूँ गौर कीजिए, खरीदने वाले बढ़ेंगे। तो भैया खरीदने वाले बढ़ेंगे तो डिमांड बढ़ेगा और डिमांड बढ़ा तो कीमत बढ़ेगा। और जब पता है कि कीमत बढ़ेगा तो खरीदते हैं ना, चीजों को एक दूसरे से रिलेट करने की कोशिश कीजिये।

उपरोक्त उदाहरण से समझ सकते हैं कि प्राइस एक्शन ने किस प्रकार एक ट्रेडर को मुनाफे में रखने में मदद किया है। जबकि वह ट्रेडर सिर्फ आम का मूल्य जानता था।चलिये अब इसी चीज को चार्ट पर दिखने वाले मूल्य से समझते हैं।

हम सब क्या जानते हैं कि जब शेयर में खरीदार(डिमांड) बढ़ता है तो उसके मूल्य में बढ़ोतरी होती है। ठीक इसके विपरीत यदि शेयर में बिकवाली करने(सप्लाई) वाले कि संख्या ज्यादे हो तो उसके मूल्य में गिरावट होगा।

अब वापिस दी गयी छवि को देखें तो आप पाएंगे कि पॉइंट 0,2 पर जैसे ही शेयर का भाव पहुंचते ही लोगों को शेयर सस्ता लगने लगता है और वह फिर जम कर खरीदारी करते हैं। ठीक ऐसे ही जब शेयर पॉइंट 1,3 के पास पहुंचता है तो निवेशक सोचते है कि अब यह काफी महंगा हो गया और बेचने लगते हैं।

यदि आप चार्ट को इसकी नजरिये से देखेंगे तो पाएंगे कि ऐसा तो कई बार हुआ है। ठीक इसके साथ ही पाएंगे कि यदि शेयर पॉइंट 1,3 को तोड़कर ऊपर जाता है तो निवेशक को लगता है कि अब यह मूल्य काफी सस्ता हो गया और फिर वह उसी सस्ते मूल्य पर शेयर की खरीदारी करते हैं।

यह सिलसिला बाजार में आज भी चल रहा है और यदि आप 10 वर्ष बाद भी खुद को निवेशित करेंगे तो यही चलेगा। यदि इन 10 वर्षों में कुछ बदलेगा तो बस इतना कि लोगों को आज 100 रुपये में सस्ता लग रहा है और कल 1000 में।

Disclaimer :– khabarjunction.com पर Share Market ट्रेडिंग से सम्बंधित दिए हुए लेख केवल पाठकों की जानकारी और ज्ञानवर्धन के लिए दी गयी हैं। Share Market ट्रेडिंग काफी रिस्की है khabarjunction.com वेबसाइट किसी भी तरह से आपको लाभ / हानि होने का दावा नहीं करता है। ट्रेडिंग के लिए प्रोत्साहित नही करता हैं। इसलिए किसी भी Share में निवेश करने से पहले किसी  प्रोफेशनल से संपर्क करके ट्रेडिंग करें।

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