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प्रेम नाथ और बिना राय की शादी सन 1952 में हुई थी उस वख्त प्रेम नाथ मधुबाला से बहुत प्यार करते थे। 1951 में फ़िल्म “बादल” के सेट पे मधुबाला, प्रेम नाथ के साथ काम कर रही थी। प्रेम नाथ को अक्सर उस दौर में विलेन के रोल ही मिलते थे।
शूटिंग के पहले ही दिन मधुबाला ने प्रेम नाथ के मेकअप रूम में घुस कर उन्हें प्रोपोज़ कर दिया था। प्रोपोज़ करते समय प्रेम को प्रोपोज़ करने के लिए मधुबाला ने वही फार्मूला अपनाया था जो के वो अक्सर अपनाती थी , मधुबाला ने लव लेटर तथा गुलाब का फूल देकर प्रोपोज़ किया था।
इस बात का खुलासा प्रेम नाथ की धर्म पत्नी बीना रॉय ने अपने एक इंटरव्यू के दौरान किया था.. उसने बिना संकोच करते हुए बस एक सेकंड में बेबाक तरीके से ये कबूल किया था के मेरे पती शादी से पहले मधुबाला के प्यार में पूरी तरह पागल हो चुके थे..और प्रेम नाथ ने मधुबाला से शादी करने की कोशिश भी की थी।
लेकिन दोनों को एक आम सी मुसीबत का सामना करना पड़ा …वो मुसीबत थी धर्म। और प्रेम नाथ के पिता ने अपने लिए गैर धर्म की लड़की को रखने के विचार से ही इनकार कर दिया था। बीना रॉय ने आगे ये भी बताया था के प्रेम नाथ और मधुबाला प्रसिद्ध पहाड़ी किल्ला हाजी मलंग भी गए थे।
एक मशहूर पत्रकार BK करंजिया ने लिखा था के मधुबाला बहुत ही चंचल मिज़ाज़ लड़की थी उसे दूसरोँ की तबियत का बहुत खयाल रहता था …चूंकि वो खुद बीमार रहती थी और वो उनके पड़ोस में रहती थी इसी लिए उसकी बच्ची का और उसकी ख्वाहिशों का बहुत खयाल रखती थी।
प्रेम नाथ तो मधुबाला को अपना अलार्म कह कर बुलाते थे क्योंके मधुबाला को सुबह सुबह 5 बजे उठने की आदत थी और मधुबाला प्रेम नाथ को सुबह फ़ोन करके उठाती थी..ता के वो टेनिस खेलने के लिए जा सके।
कभी कभी तो मधु दो बार फ़ोन करती.. पहला फ़ोन उठाने के लिए…दूसरा फोन उठ गए के नहीं, ये जानने के लिए…उस समय के अखबारों और सेलिब्रिटी पत्रिकाओं में छपी कई रिपोर्टों के अनुसार, बीना रॉय और प्रेम नाथ की शादी के समाचार ने मधुबाला के दिल के अंदर तक चोट पहुंचाई थी।