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Traders दो डी मेट अकाउंट का किस तरह उपयोग करते है

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आप लोगों ने अक्सर बहुत सारे ट्रेडर को कई अलग अलग डीमेट अकाउंट में एक साथ ट्रेड करते देखा या सुना होगा, आप कभी कभी ये जरूर सोचते होंगे की यार हम तो एक से ही परेशान हों जाते हैं फिर ये 2 2 अकाउंट एक साथ कैसे इस्तेमाल कर लेते हैं ? क्या इसके कुछ फायदे होते हैं क्योंकि हम तो नुकसान ज्यादा दिख रहा है, अलग अलग डीमेट अकाउंट मतलब अलग अलग सब्सक्रिप्शन और ब्रोकरेज फीस ।

अगर आप भी ऐसा सोचते हैं तो चलिए मैं आपको आज इसके फायदे बताता हूं जिन्हे जानना आपके लिए बहुत जरूरी है क्योंकि समय के साथ आपको भी कई अलग अलग डीमेट अकाउंट रन करना है ।

फायदा नंबर 1

टेक्निकल ग्लीचेस के खतरे को कम करता है ।

आजकल कब कौन सा डीमेट अकाउंट ग्लीच की वजह से shutdown हो जाए कहना बड़ा मुस्किल है इसलिए जिनके पर थोड़े ज्यादा पैसे होते हैं वो अपना सारा पैसा एक ही डीमेट अकाउंट में नही रखते ताकि ग्लीचेस की वजह से बड़ा नुकसान न हो ।

फायदा नंबर 2

कई बार ऐसा भी हुआ है की बहुत बड़े बड़े ब्रोकर रातों रात नौ दो ग्यारह हो चुके हैं अपना दुकान समेटकर इसलिए लोग अपने पैसे को कई ब्रोकर के साथ बांटकर के रखते हैं , खासकर ट्रेडर क्योंकि इन्वेस्टर का पैसा तो डीमेट अकाउंट में होता नही वो तो शेयर बन जाता है लेकिन एक ट्रेडर को ट्रेडिंग करने के लिए हमेशा अपने डीमेट अकाउंट में पैसे रखने पड़ते है ।

फायदा नंबर 3

ट्रेकिंग से बचना , आजकल सब कुछ ऑनलाइन है , इस वजह से फ्रॉड भी ऑनलाइन काफी ज्यादा है ।

ऑनलाइन दुनिया में अपनी सारी वित्तीय जानकारी किसी भी व्यक्ति या कंपनी को देना पूरी तरह सुरक्षित नहीं माना जा सकता है ।

आपके डीमेट अकाउंट में कितने रुपए हैं , कितने शेयर है , आपने कितने शेयर प्लेज कर रखे हैं , आप कितने प्रॉफिट या लॉस में हैं ये सारी जानकारी आपके ब्रोकर के पास होती है ।

अब आप अपने ब्रोकर के ऊपर चाहे कितना भी भरोसा करते हों , लेकिन मामला यहां पैसों का है , जहां पैसे हैं मक्कारी , चोरी , दोगलापन , सब वहीं सबसे ज्यादा होता है ।

ऑनलाइन दुनिया में किसी के ऊपर भी आंख बंद करके पूरी तरह से भरोसा नही किया जा सकता इस वजह से कई डीमेट अकाउंट रखते हैं लोग ।

चौथी और सबसे बड़ी वजह आसानी के साथ बड़ा प्रॉफिट कमाने के लिए।

इसे समझना थोड़ा ज्यादा जरूरी है , मार्केट में आजकल एलगो ट्रेडिंग का चलन काफी बढ़ चुका है ऐसे में अगर आप मैनुअली रूप से अलगो ए जाल में फसने से खुद को बचाना चाहते हैं वहां भी यह काफी काम आता है ।

शेयर मार्केट का एक सामान्य ट्रेंड होता है की मार्केट 70% टाइम साइडवे होता है और 30% टाइम ज्यादा ऊपर या नीचे होता है , अब अगर आपको रेगुलर पैसे कमाने हैं तो आपको साईडवे मार्केट से पैसे कमाना सीखना पड़ेगा ।

अब यहीं पर काम आता है मल्टीपल डीमेट अकाउंट

मान लेते हैं आपने एक साइडवे मार्केट में एक शेयर के साथ ट्रेड किया और आप ग्रो ऐप इस्तेमाल कर रहे हैं ।

मान लेते हैं कंपनी का नाम A है जिसकी कीमत 200 ₹ है और वो 1 से 2 रुपए ऊपर नीचे हो रहा है लगातार , लेकिन इस शेयर में वॉल्यूम बहुत कम है , अगर आप इसमें ट्रेड करते हैं तो चांस है की आप फंस जाए ।

अब मान लेते हैं आपने कंपनी A के 500 शेयर खरीद लिए , शेयर की कीमत 200 से 202₹ हो गई , अब आप चाहते हैं की मैं बाहर निकर जाऊं लेकिन वॉल्यूम कम होने की वजह से आपका ऑर्डर एक्जीक्यूट नही हो रहा , अब आप चाहते हैं की मैं इसे सेल करना चाहता हूं क्योंकि मार्केट साइडवे है यहां से फिर नीचे जायेगा , लेकिन ब्रोकर बोलेगा पहले आप जो बाय किया है उसे एक्जिट कीजिए तभी आप सेल कर सकते हैं ।

अब ऐसे में आप क्या करते हैं आप अपने दूसरे ब्रोकर के डीमेट अकाउंट में जाकर 500 शेयर उस प्राइस में सेल ऑर्डर दे देते हैं जिस प्राइस में पहले अकाउंट में आप बेचना चाहते हैं , अब आपके जो बाय वाला ट्रेड था जिसे आपने 200₹ में बाय किया था अब वो 202₹ में सेल वाला ट्रेड बन जायेगा । एक तरह से अपने अपने ही शेयर को खरीद कर बेच दिया ।

अब जब मार्केट वापिस 200 में आयेगा आप फिर वही गेम खेलेंगे , पहले में बाय ऑर्डर और दूसरे में सेल ऑर्डर बस ऐसे ही धीरे धीरे छोटा छोटा प्रॉफिट आप साइडवे मार्केट से कमाते रहेंगे । उम्मीद करता हूं आप समझ चुके होंगे की लोग मल्टीपल डीमेट खाता क्यों इस्तेमाल करते हैं ।

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