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अपनी पहली पत्नी मोना का दिल तोड़ कर बोनी कपूर श्रीदेवी से अपनी मुहब्बत किसी से छिपा नहीं सके

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मोना शौरी से बोनी कपूर ने साल 1983 में शादी की थी। दोनों का रिश्ता अच्छा चल रहा था। बोनी और मोना दो बच्चों, अर्जुन व अंशुला के माता-पिता भी बने। लेकिन जब श्रीदेवी बोनी की ज़िंदगी में आई तो सबकुछ बदल गया। हर गुज़रते दिन के साथ बोनी कपूर की दिवानगी श्रीदेवी के लिए बढ़ती ही जा रही थी। मोना शौरी भी बोनी के दिल में श्रीदेवी के लिए जो जज़्बात थे उन्हें महसूस कर चुकी थी। और वो तब अपनी ज़िंदगी के सबसे मुश्किल दौर में आ गई। खुद बोनी कपूर की मां को भी श्रीदेवी के प्रति अपने बेटे की भावनाओं का अंदाज़ा हो गया था।

बोनी की मां मोना को बहू के रूप में पाकर खुश थी। उन्हें मोना से कोई शिकायत नहीं थी। इसलिए उन्होंने एक कोशिश की थी कि श्रीदेवी और बोनी के बीच किसी तरह की अतरंगी नज़दीकियां ना हों। रक्षा बंधन का दिन था। बोनी की मां ने श्रीदेवी को एक पूजा की थाली दी, उसमें राखी भी थी।

ये उन दिनों की बात है जब श्रीदेवी बोनी कपूर के घर में ही रहा करती थी। बोनी की मां ने श्रीदेवी को थाली देते हुए कहा था कि बोनी को राखी बांध देना। उनके जाने के बाद श्रीदेवी परेशान हो गई। क्योंकि मन ही मन वो भी बोनी को चाहती थी। बोनी को जब पूरी बात पता चली तो उन्होंने श्रीदेवी से कहा कि तुम परेशान मत हो और थाली को यहीं पर रख दो।

एक इंटरव्यू में बोनी ने बताया था कि श्रीदेवी से अपनी मुहब्बत वो किसी से छिपा नहीं सके। हालांकि उन्हें इस बात का दुख था कि मोना का दिल उन्होंने तोड़ दिया है। उन्होंने मोना के सामने भी ये स्वीकार किया था कि वो श्रीदेवी को पसंद करने लगे हैं। और श्रीदेवी को रिझाने के लिए भी उन्होंने काफी जतन किए हैं। साल 1996 में मोना और बोनी कपूर तलाक लेकर अलग हो गए और इसी साल बोनी ने श्रीदेवी से शादी कर ली।

इस पूरे प्रकरण के बारे में बात करते हुए मोना शौरी ने डीएनए से कहा था,”मैंने सेकेंड रिलेशनशिप के बारे में सिर्फ सुना था। लेकिन जब ये मेरे साथ हुआ तो मुझे पता चला कि कैसा महसूस होता है। उसी पल मेरी शादी खत्म हो गई थी। मेरे लिए सम्मान बहुत ज़रूरी है।

सम्मान है तो प्यार तो होगा ही। कभी-कभी ना चाहते हुए भी जीवन में कुछ बदलाव हो जाते हैं। बोनी को उस वक्त मेरी नहीं, किसी और की ज़रूरत थी। हमारे रिश्ते में कुछ बचा नहीं था। श्रीदेवी प्रैगनेंट हो चुकी थी। ऐसे में बोनी के जीवन में मेरे रहने का कोई औचित्य ही नहीं था। उनका रिश्ता कायम हो चुका था।”

अपने पिता बोनी की दूसरी शादी से अर्जुन कपूर काफी नाराज़ हुए थे। उन्होंने बहुत वक्त तक अपने पिता से बात नहीं की थी। बोनी कपूर कहते हैं कि अर्जुन का गु्स्सा जायज़ था। मगर अब उन दोनों के बीच सबकुछ सही है।

आपको बता दें कि बोनी कपूर से तलाक के बाद मोना शौरी ने अपनी बहन के साथ मिलकर एक प्रोडक्शन हाउस स्टार्ट किया था। और अपने प्रोडक्शन हाउस के अंडर में उन्होंने कुछ टीवी शोज़ जैसे युग, विलायती बाबू, हेरा फेरी, और ये कैसा कानून का निर्माण किया। 25 मार्च 2012 को मात्र 48 साल की उम्र में कैंसर के चलते मोना शौरी का निधन हो गया था। 

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