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फिल्मों मे अमिताभ बच्चन के कोआर्टिस्ट जो किसी फिल्म में बहन बनी थी तो किसी मे माँ और माशूका

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अमिताभ बच्चन की इस फ़िल्म में उनकी माँ उनसे 13 साल छोटी थी ..उनकी बहन उनकी पत्नी बनी थी.. और माशूका की माँ उनकी हेरोइन बन चुकी थी..अगर हम अमिताब बच्चन की फ़िल्म शहंशाह की बात करें तो इस फ़िल्म के डायलॉग्स, इसकी कॉस्ट्यूम्स को न जाने कितनी बार और कितनी फिल्मों में इस्तेमाल किया जा चुका है लेकिन अगर शहशांह फ़िल्म में अगर अमिताभ बच्चन की माँ के किरदार की बात करें तो शहंशाह फ़िल्म में अमिताभ की माँ का किरदार रोहिणी हड़तंगिनी ने निभाया था लेकिन अगर असल जिंदगी में देखें तो रोहिणी जी अमिताभ बच्चन से लगभग 13 साल छोटे हैं ।

इसके इलावा अमिताभ बच्चन की बहन के किरदार में हमे सुप्रिया पाठक नज़र आती हैं ये वहीँ सुप्रिया पाठक है जो खिचड़ी जैसे सीरियल से मसहूर हुई थी..फ़िल्म शहशाह में सुप्रिया पाठक, अमितताब बच्चन की बहन बनी थी और आगे चलकर फ़िल्म सरकार में सुप्रिया पाठक अमिताभ बच्चन की पत्नी बनी थी..और इसी फिल्म में अमिताभ की हेरोइन मीनाक्षी शेषाद्री की माँ का किरदार अरुणा ईरानी ने निभाया था..और अगर हम 1972 में आई अमिताभ बच्चन की फ़िल्म बॉम्बे टू गोआ पर नज़र मारे तो अरुणा ईरानी अमिताभ बच्चन के ओप्पोज़िट नज़र आई थी।

बॉलीवुड में जोड़िए भी उसी से बनती रही हैं जिसका सूरज उदय होता है फ्लॉप के साथ काम करने के लिए कोई तैयार नहीं होता..ये समय अमिताभ को भी देखना पड़ा । पहले अमिताब बच्चन की फ़िल्म शहंशाह में मीनाक्षी शेषाद्री की जगह श्री देवी को कास्ट किआ गया था लेकिन श्री देवी की माँ नहीं चाहती थी के श्री देवी स्क्रीन पर अमिताभ के साथ नज़र आए।

उनके जवाब का भी एक वाजिब कारण था क्योंके अमिताभ बच्चन के साथ श्री देवी की एक फ़िल्म आयी थी जिसका नाम था इंक़लाब.. लेकिन वो फ़िल्म बॉक्स ऑफिस पर धराशाही हो कर गिरी थी तो श्री देवी की माँ नहीं चाहती थी के श्री अमिताभ के साथ दोबारा काम करे और उन्हें दोबारा वैसा ही समय देखने को मिले..।

लेकिन ये दूसरी बात है के जब शहंशाह फ़िल्म सुपरहिट हो गई तो श्री ने अमिताब के साथ दो दो फिल्मों में काम किया वो फिल्में थी खुदा गवाह और और खुदा गवाह का उर्दू वर्जन…2012 में भी श्रीदेवी की इंग्लिश विंग्लिश मूवी में भी अमिताभ थे लेकिन दोनों ने स्क्रीन शेयर नहीं की थी.. अमिताभ को कभी किस्मत तो कभी समय ने बार बार गिरने से बचाया.. कहा कहा पर अमिताभ कभी किस्मत से तो कभी ईमान से गिरे ये तो पब्लिक बखूबी जानती है। या आप ऐसा भी बता सकते हैं के के उनके फिल्मों में टिके रहने के क्या कारण थे। 

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