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भारत के हर नक़्शे में पाक अधिकृत कश्मीर भारत का दिखाया जाता है और यह बिलकुल सही है। लेकिन मुझे नहीं लगता है की अब भारत और पाकिस्तान के बीच किसी आबादी वाले जगह का आदान प्रदान संभव है । पाकिस्तान को भी एक इंच ज़मीन नहीं मिलेगी । अगर भारत को कुछ मिले भी तो वह निर्जन (लेकिन सामरिक रूप से महत्वपूर्ण) पहाड़ मिल सकता है ।
पाक अधिकृत कश्मीर एक पहाड़ी इलाक़ा हैं और यहाँ पर बहुत तेज़ी से हमला नहीं किया जा सकता है । टैंक डिविज़न यहाँ पर कोई बड़ा काम नहीं कर सकते है । दुर्गम पहाड़ी के एक एक इंच ज़मीन को पैदल सेना को लड़ कर जीतना होगा । ऐसे में लड़ाई महीनो तक चल सकती है और आज के दिन में इतनी लम्बी लड़ाई चलना बहुत मुश्किल है ।
75 साल से कश्मीर की समस्या चल रही है और हम कितना लड़ेंगे । हम कितने आने वाले पीढ़ी को यह समस्या देते रहेंगे । इसलिए वाजपेयी और मनमोहन सिंह ने इस समस्या का पूरी तरह से निदान करने की कोशिश की लेकिन पाकिस्तान ने उन्हें धोखा दिया । जब तक पाकिस्तान सुधरेगा नहीं हमें उसको सबक़ सिखाना पड़ेगा । अगर वो एक हमला करेगा तो हमें 10 तरीक़े से उसको सबक़ सिखाना होगा ।
लेकिन हमें कोई ग़लतफ़हमी में नहीं रहना चाहिए की हम पाक अधिकृत कश्मीर छीन कर ले आएँगे । जब 1971 में ऐसा नहीं हुआ तो अब कैसे होगा । पाकिस्तान उस समय सबसे कमज़ोर था लेकिन विदेशी दवाव (अमेरिका, सोवीयत संघ, ब्रिटेन, चीन इत्यादि) के कारण भारत कश्मीर में कुछ नहीं कर पाया । कश्मीर समस्या का सबसे व्यावहारिक समाधान यही होगा की नियंत्रण रेखा को स्थायी सीमा में बदल दिया जाए । ….आगे इस वीडियो को देखें