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जानिए संजय दत्त संग सेट पर किसके साथ हुई थी नोकझोंक फोन सुनते ही दौड़े चले आए थे सुनील दत्त

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60-70 के दशक में सुपरस्टार राज कुमार का एक अलग ही दबदबा था. अपने करियर में उन्होंने कई ऐसे किरदार निभाए थे जिनके बाद उन्होंने सालों तक इंडस्ट्री पर राज किया। लेकिन अपने अक्खड़ स्वभाव को लेकर वह अक्सर सुर्खियों में छाए रहते थे. उनके इस रवैये की वजह से ही कई एक्टर्स संग उनके रिश्ते में भी खट्टास आ गई थी. संजय दत्त संग भी एक फिल्म में उनकी कहा सुनी हो गई थी।

साल 1988 में प्रकाश मेहरा एक फिल्म बना रहे थे. इस फिल्म में संजय दत्त और राज कुमार को साइन किया गया था. फिल्म का नाम था मोहब्बत के दुश्मन. संजय दत्त और राज कुमार दोनों ही फिल्म में लीड रोल में नजर आए थे. लेकिन इस फिल्म में राज कुमार ने कुछ ऐसा कर दिया था कि संजय दत्त आग बबूला हो गए थे।

उस दौर में राजकुमार और सुनील दत्त की दोस्ती के भी काफी चर्चे हुआ करते थे. दोनों एक दूसरे के बेहद करीब थे. दोनों ने साथ में वक्त, हमराज, मदर इंडिया और राजतिलक जैसी कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया था. जिस फिल्म में ये दोनों नजर आते थे लोग इनकी केमिस्ट्री को काफी पसंद किया करते थे।

1988 में आई इस फिल्म के स्क्रिप्ट में संजय दत्त और राज कुमार दोनों को ही दमदार रोल ऑफर किए गए थे. लेकिन सुपरस्टार को संजय दत्त के डायलॉग्स ज्यादा दमदार लगे थे. उन्होंने डायरेक्टर से कहा कि संजय दत्त वाले डायलॉग्स हटाकर उन्हें दे दिए जाए। उस दौर में राज कुमार बड़े स्टार थे. वहीदा रहमान संग तो उनकी जोड़ी काफी पसंद की गई थी।

उन्होंने अपने दमदार किरदारों से और गजब की एक्टिंग से इंडस्ट्री में ऐसी धाक जमा रखी थी कि डायरेक्टर अक्सर उनके हिसाब से काम किया करते थे. उनकी बात कोई नहीं टालता था और इस फिल्म में संजय के डायलॉग भी राज कुमार को दे दिए गए. लेकिन ये देख संजय आग बबूला हो गए थे।

इस पूरे वाक्या के बाद संजय दत्त ने कसम खा ली कि अगले दिन अगर सेट पर राज कुमार दिखे तो वह उनसे पंगा लेंगे और अपने साथ हुए इस अन्याय का बदला लेंगे। डायरेक्टर प्रकाश मेहरा को जैसा ही इस बात के बारे में पता चला उन्होंने सीधा संजय दत्त के पिता सुनील दत्त को फोन घुमाया क्योंकि सुनील दत्त राज कुमार को भाई की तरह मानते।

संजय दत्त अगले दिन सेट पर आग बबूला होकर पहुंचे कि वह पूरे मन से वहां आए कि अपने साथ हुए इस अन्याय का बदला जरूर लेंगे. लेकिन उन्होंने देखा कि वहां उनके पिता सुनील दत्त उनसे पहले सेट पर पहुंचे हुए हैं. अपने पिता को देखते ही संजय शांत हो गए और गुस्सा भूल गए. तब जाकर आगे की फिल्म की शूटिंग पूरी की गई।

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