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1. प्रातः काल हनुमानाष्टक के पाठ से दिन का आरंभ करें।
2. पांच बार गणेश जी के निम्न श्लोक का उच्चारण करें
अभीप्सितार्थ सिद्धयर्थ पूजितो यः सरासुरैः सर्व विघ्न हरस्तस्मै गणधिपतये नमः
3. श्रीलक्ष्मी कवच का एक बार पाठ करें।
4. प्रातः बगलामुखी मंत्र का 21 बार उच्चारण अवश्य करें। (केवल इष्ट धारी )
॥ॐ ह्रीं बगलामुखि सर्व दुष्टानां वाचं मुखं पद्रतम्भय जिह्वा कीलय कीलय बुद्धिं विनाशय ह्रीं ॐ फट्।।
5. ॐ सूर्य आदित्याय स्वाहा मंत्र से सूर्य देव का 20 अर्घ्य दें।
6. मृत्युंजय मंत्र को 21 बार जप करके ही घर से चलें,रक्षा होगी।
ॐ हौं ॐ जूं सः भूर्भुवः स्वः त्र्यम्बकं यजामहे 22 सुगंधिं पुष्टि वर्धनम् । उर्वा रुकमिव बंधनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् भूर्भुवः स्वरों जूं सः हौं ॐ
7. हनुमान जी को लड्डू का भोग लगाएं।
8. 11 बार गायत्री मंत्र का जप करें
ॐ भूभुर्वः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि 26 धियो योनः प्रचोदयात् ।।
9. पीपल के पेड़ की जड़ में तेल का दीपक जलाएं।
10. प्रातः काल सूर्य नमस्कार सम्पन्न करें।
11. 108 बार “ॐ नमः शिवाय” का जप करें। फिर शिव मंदिर में अर्पित करें। दुर्भाग्य नष्ट होना।
12. भगवति जगदम्बा को लाल पुष्प अर्पित करें।
13. तुलसी के पौधे के नीचे घी का दीपक प्रज्ज्वलित करें।