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समयसूचक AM और PM की खोज स्थल भारत, संस्कृत में इसे क्या कहते हैं? जानकर रह जाएंगे हैरान

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वैसे तो 1 दिन में 24 घंटे होते हैं, भारतीय पंचांग के अनुसार 8 प्रहर होते हैं परंतु हम जिस घड़ी का उपयोग करते हैं उसमें AM-PM होते हैं। आइए जानते हैं कि AM-PM की फुल फॉर्म क्या है और जब घड़ी में 24 घंटे बनाए जा सकते थे तो फिर 12 क्यों बनाएं। AM-PM करने की जरूरत ही क्या थी। लेकिन हमें बचपन से यह रटवाया गया, विश्वास दिलवाया गया कि इन दो शब्दों AM और PM का मतलब होता है :

AM : Ante Meridian
PM : Post Meridian

एंटे यानि पहले, लेकिन किसके? पोस्ट यानि बाद में, लेकिन किसके? यह कभी साफ नहीं किया गया, क्योंकि यह चुराये गये शब्द का लघुतम रूप था।काफ़ी अध्ययन करने के पश्चात ज्ञात हुआ और हमारी प्राचीन संस्कृत भाषा ने इस संशय को साफ-साफ दृष्टिगत किया है।

AM और PM को संस्कृत में क्या कहते हैं

अग्रेंजी भाषा का अक्षर AM (एएम) और PM (पीएम) पुराने संस्कृत भावों के प्रारंभिक अक्षर हैं. इसमें

AM = आरोहनम् मार्तण्डस्य
PM = पतनम् मार्तण्डस्य
आरोहनम् का अर्थ है चढ़ना, पतनम् का अर्थ है गिरना और मार्तण्डस्य का अर्थ है सूर्य. इस प्रकार से आरोहणम् मार्तण्डस्य का अर्थ है सूर्य का चढ़ाव और पतनम् मार्तण्डस्य का अर्थ है सूर्य का ढ़लना. दिन के 12 बजे से पहले सूर्य चढ़ता है और 12 बजे के बाद सूर्य ढलता है. सूर्य ही आकाशीय गणना का मूल है.

सूर्य, जो कि हर आकाशीय गणना का मूल है, उसी को गौण कर दिया। अंग्रेजी के ये शब्द संस्कृत के उस वास्तविक ‘मतलब’ को इंगित नहीं करते,आरोहणम् मार्तण्डस्य यानि सूर्य का आरोहण या चढ़ाव। पतनम् मार्तण्डस्य यानि सूर्य का ढलाव।

बारह बजे के पहले सूर्य चढ़ता रहता है – ‘आरोहनम मार्तण्डस्य’ (AM)। बारह के बाद सूर्य का अवसान/ ढलाव होता है – ‘पतनम मार्तण्डस्य’ (PM) पश्चिम के प्रभाव में रमे हुए और पश्चिमी शिक्षा पाए कुछ लोगों को भ्रम हुआ कि समस्त वैज्ञानिकता पश्चिम जगत की देन है।

हम अपनी हजारों साल की समृद्ध विरासत, परंपराओं और संस्कृति का पालन करते हुए भी आधुनिक और उन्नत हो सकते हैं।इस से शर्मिंदा न हों बल्कि इस पर गौरव की अनुभूति करें और केवल नकली सुधारवादी बनने के लिए इसे नीचा न दिखाएं।समय निकालें और इसके बारे में पढ़ें / समझें / बात करें / जानने की कोशिश करें। अपने सनातनी होने पर गौरवान्वित महसूस करें।।

देशांतर रेखाएं क्या होती है
यह पृथ्वी पर किसी भी चीज की स्थिति जानने के लिए बनाई गई रेखाएं हैं। देशांतर रेखाएं उत्तर से दक्षिण की ओर की ओर जाती है। उत्तरी ध्रुव से दक्षिणी ध्रुव के बीच कुल 360 देशांतर रेखाएं बनाई गई है। यह मनुष्य ने अपनी गणना के लिए ग्‍लोब पर बनाई है। यानी सिर्फ नक्शे पर खींची गई है। एक्चुअल में नहीं है।

भारत में कितने देशांतर रेखा है?
भारत की उत्तर से दक्षिण तक लम्बाई लगभग 3214 किमी० एवं पूर्व से पश्चिम तक लम्बाई लगभग 2933 किमी है। भारत के पश्चिम में 68º 7’देशान्तर रेखा और पूर्व में 97º 25’देशांतर रेखा के मध्य तक 30º देशांतर रेखा का विस्तार है।

AM-PM का फुल फॉर्म संस्कृत भाषा में
AM = आरोहनम् मार्तण्डस्य Aarohanam Martandasya
PM = पतनम् मार्तण्डस्य Patanam Martandasya
आरोहणम् मार्तण्डस्य Arohanam Martandasaya यानि सूर्य का आरोहण (चढ़ाव)।
पतनम् मार्तण्डस्य Patanam Martandasaya यानि सूर्य का ढलाव।
दिन के बारह बजे के पहले सूर्य चढ़ता रहता है – ‘आरोहनम मार्तण्डस्य’ (AM)।
बारह के बाद सूर्य का अवसान/ ढलाव होता है – ‘पतनम मार्तण्डस्य’ (PM)।

AM और PM के बीच अंतर

एक दिन में 24 घंटे होते हैं. लेकिन घड़ी में केवल 12 अंक ही होते हैं. इसलिए घड़ी में एक दिन में एक ही समय का अंक दो बार दिखाई पड़ता है. जैसे सुबह के 7 बजे और रात के 7 बजे का समय. यहां AM का मतलब एंटी मेरीडियम (Ante Meridiem) से और PM का अर्थ पोस्ट मेरीडियम (Post Meridiem) से है. AM दोपहर से पहले का समय होता है. वहीं PM दोपहर के बाद का समय होता है.

यानी दोपहर से पहले के समय को जानने के लिए AM और दोपहर के बाद के समय को जानने के लिए PM का इस्तेमाल किया जाता है. इस तरह से रात के 12 बजे से लेकर दोपहर के 12 बजे तक का समय AM होता है और दोपहर के 12 बजे के बाद से लेकर रात के 12 बजे तक का समय PM होता है. AM और PM लैटिन भाषा का शब्द है, जिसे हिंदी में पूर्वाह्न और अपराह्न कहते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि संस्कृत भाषा में AM और PM को क्या कहा जाता है.

संस्कृत से दूर करें AM और PM का संशय

हमारी प्राचीन भाषा संस्कृत है. हिंदू धर्म के सभी ग्रंथ भी संस्कृत भाषा में ही लिखे गए हैं. भारत की कई भाषाएं संस्कृत से ही उत्पन्न हुई हैं. इसलिए इसे कई भारतीय भाषाओं की जननी कहा जाता है. स्वर, व्यंजन, लिपि, ग्रंथ, अंक, समय आदि भी संस्कृत में है. लैटिन भाषा के AM और PM में हमने यह जाना कि AM (एंटी मेरिडियन) यानी पहले और PM (पोस्ट मेरिडियन) यानी बाद होता है. हालांकि इसमें पूरी तरह से यह साफ नहीं होता कि किसके पहले और किसके बाद. लेकिन संस्कृत में इसे बताया गया है.

Disclaimer : यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि KhabarJunction.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.

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