छोड़कर सामग्री पर जाएँ

फिल्म संजोग के 52 साल हुये पूरे, जाने फिल्मी गप-सप

टैग्स:
इस ख़बर को शेयर करें:

25 फरवरी 1972 को रिलीज़ हुई थी अमिताभ बच्चन, माला सिन्हा और अरुणा ईरानी की संजोग। आज इस फिल्म के 52 साल पूरे हुए। इसी फिल्म में वो सीन है जो आपने कई दफा फेसबुक और यूट्यूब पर देखा होगा।

जिसमें जॉनी वॉकर मिठाई की दुकान पर ऐसा चक्कर चलाते हैं कि मुफ्त में मिठाई लेकर चले जाते हैं। और सारी मिठाईयां चख भी लेते हैं। अरुणा ईरानी इस फिल्म में बच्चन साहब की पत्नी बनी थी। और ये उस ज़माने की फिल्म है जब बच्चन साहब कोई स्टार नहीं, बल्कि एक मामूली से न्यूकमर थे।

फिल्म को एस.एस.बालन जी ने डायरेक्ट किया था। और फिल्म में मदन पुरी, नज़ीर हुसैन, रमेश देव और केष्टो मुखर्जी ने भी अहम किरदार निभाए थे। गीत-संगीत तैयार किया था आर.डी.बर्मन ने। फिल्म में कुल चार गीत थे जिन्हें किशोर कुमार, मोहम्मद रफी, लता मंगेशकर व आशा भोंसले जी ने अपनी आवाज़ दी थी।

जब ये फिल्म आई थी उस वक्त माला सिन्हा एक वैल इस्टैब्लिस्ड एक्ट्रेस थी। जबकी अमिताभ बच्चन थे नए एक्टर। लेकिन बच्चन साहब पंक्चुअल बहुत थे। समय के एकदम पाबंद। और वो तो बच्चन साहब हमेशा रहे हैं।

बच्चन साहब वक्त को कितनी अहमियत देते हैं इसका अंदाज़ा आप ऐसे लगा सकते हैं कि कई दफा माला सिन्हा जी को ये टेंशन होने लगती थी कि ये नया लड़का अगर रोज़-रोज़ टाइम से आएगा तो प्रोड्यूसर बाकि सब को भी टाइम से आने को कहेगा। और स्टार लोग भला वक्त पर कहां आते हैं।

बच्चन साहब की इस आदत ने ज़रूर माला सिन्हा जी को वक्त पर सेट पर पहुंचने को मजबूर कर दिया था। एक इंटरव्यू में माला सिन्हा जी ने तो ये भी बताया था कि कई दफा तो बच्चन साहब स्टूडियो खुलने से पहले भी पहुंच जाते थे। और स्टूडियो खुलने का इंतज़ार करते हुए चौकीदार को मिलते थे।

जिस वक्त बच्चन साहब ने संजोग साइन की थी उस वक्त को महमूद साहब के साथ उनके घर पर रहा करते थे। और चूंकि डायरेक्टर एस.एस.बालन महमूद के बहुत अच्छे दोस्त थे, इसलिए उन्होंने ही बच्चन साहब के नाम की सिफारिश उनसे की थी।

इस तरह बच्चन साहब को पहली और इकलौती दफा माला सिन्हा जी के साथ ऑन स्क्रीन रोमांस करने का मौका मिल गया। वैसे, साल 1983 में आई अनिल कपूर की फिल्म वो सात दिन का नाम भी पहले संजोग ही रखा गया था।

हालांकि बाद में नाम बदल दिया गया। और साल 1958 में तो संजोग नाम की एक फिल्म शूटिंग भी शुरू हुई थी। उस फिल्म में मीना कुमारी जी काम कर रही थी। लेकिन पैसे की तंगी की वजह से वो फिल्म बीच में ही बंद हो गई। और सुनिए। साल 1985 में तो संजोग नाम की एक फिल्म आई भी थी। जिसमें जितेंद्र और जया प्रदा जी ने एक्टिंग की थी।

तो साथियों, आपने भी ये फिल्म देखी ही होगी। पहले दूरदर्शन पर खूब आती थी। और इस फिल्म का वो सीन जिसमें जॉनी वॉकर बच्चन साहब और माला सिन्हा के बारे में ऑफिस में एक अफवाह उड़ाते हैं।

फिर वो अफवाह कितने अलग-अलग रूपों में ऑफिस के दूसरे लोगों तक पहुंचती है। वो सीन वाकई में बड़ा मज़ेदार था। वैसे तो ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप साबित हुई थी। लेकिन फिल्म देखने लायक है। आप इस फिल्म के बारे में क्या कहेंगे।

गणेश मुखी रूद्राक्ष पहने हुए व्यक्ति को मिलती है सभी क्षेत्रों में सफलता एलियन के कंकालों पर मैक्सिको के डॉक्टरों ने किया ये दावा सुबह खाली पेट अमृत है कच्चा लहसुन का सेवन श्रीनगर का ट्यूलिप गार्डन वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में हुआ दर्ज महिला आरक्षण का श्रेय लेने की भाजपा और कांग्रेस में मची होड़