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अटल पेंशन योजना में निवेश करने के लिए कम से कम 18 साल और अधिक से अधिक 40 साल की उम्र होनी चाहिए
मोदी सरकार ने अपने कार्यकाल में निवेश के करने के मकसद से कई तरह की योजनाओं की शुरुआत की है। आपने सरकार की कई तरह की योजनाओं के बारे में पढ़ा और सुना भी होगा। ऐसी ही एक सरकारी योजना है। जिसका नाम है अटल पेंशन योजना (Atal Pension Yojana) यानी इसे संक्षेप में APY भी कहते हैं।
यह योजना के जरिए असंगठित क्षेत्रों (Unorganised Sector) पर काम कर रहे लोगों पर फोकस किया गया है। APY, भारत के नागरिकों के लिए गारंटीकृत पेंशन योजना (guaranteed pension scheme) है जिसकी शुरुआत 9 मई, 2015 को की गई थी।
अटल पेंशन योजना ने अन्य पेंशन योजनाओं के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन किया है। इस योजना ने पिछले एक साल में 11 फीसदी से अधिक रिटर्न दिया है। लाइव मिंट ने वैल्यू रिसर्च (Value Research) रिपोर्ट के हवाले से बताया कि LIC पेंशन फंड (LIC Pension Fund) ने 10.94 फीसदी दिया है। SBI पेंशन फंड ने 11.24 फीसदी रिटर्न दिया है। इसी टाइम पीरियड में UTI रिटायरमेंट सॉल्यूशन (UTI Retirement Solutions) ने 11.01 फीसदी रिटर्न दिया।
सब्सक्राइर्ब्स को फायदा
अटल पेंशन योजना के तहत कम से 1,000 रुपये और अधिक से अधिक 5000 रुपये मासिक पेंशन मिलती है। पेंशन योजना में एक निश्चित रिटर्न मिलने की उम्मीद के आधार पर न्यूनतम पेंशन की राशि तय की जाती है। लेकिन जब रिटर्न ज्यादा मिलेगा तो सब्सक्राइर्ब्स को ज्यादा पेमेंट किया जाएगा।
पेशन फंड रेग्युलेटरी डेवलपमेंट अथॉरिटी (PFRDA) का कहना है कि अगर पेंशन फंड में किए गए कंट्रीब्यूशन पर संभावित रिटर्न के मुकाबले ज्यादा रिटर्न मिलता है तो कंट्रीब्यूशन की अवधि के बाद उस एक्स्ट्रा राशि को सब्सक्राइबर्स के अकाउंट में जमा कर दिया जाएगा। इससे सब्सक्राइबर्स को निश्चित पेंशन के अतिरिक्त राशि मिलेगी।
घाटे की भरपाई कैसे?
हालांकि अगर कंट्रीब्यूशन की अवधि में एक निश्चित समय में संभावित रिटर्न से कम रिटर्न मिलता है तो इस तरह की कमी को पूरा करने के लिए सरकार फंड करेगी। पेंशन फंड की यह सबसे बड़ी खासियत है। इसमें रिटर्न कम मिलने का खामियाजा सब्सक्राइबर्स को नहीं झेलना पड़ता। लेकिन अगर रिटर्न बेहतर है, तो उसका फायदा जरूर मिलता है।
बता दें कि अटल पेंशन योजना (Atal Pension Yojana) के इस साल मई में पांच साल पूरे हो गए थे। अब तक इस योजना में 2 करोड़ से अधिक सब्सक्राइर्ब्स जुड़ चुके हैं। इस योजना को पीएम मोदी ने साल 2015 में असंगठित क्षेत्र के लोगों के लिए शुरु किया था, ताकि उनके लिए यह योजना बुढ़ापे की लाठी बन सके।
APY का लक्ष्य 60 साल की उम्र के बाद न्यूनतम पेंशन की गारंटी मुहैया कराना है। इस पेंशन स्कीम में 18 से 40 साल का कोई भी व्यक्ति जुड़ सकता है। इसके तहत सब्सक्राइब को पूरी उम्र तक न्यूनतम पेंशन दी जाती है। उसके निधन पर उसके जीवनसाथी (Spouse) को यह पैसा मिलता है। इतना ही नहीं दोनों के निधन के बाद कोष में बची पूरी राशि उनके नॉमिनी (nominee) को दे दी जाती है।