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विंडो एसी की जगह स्प्लिट एसी का प्रचलन क्यों बढ़ गया ?

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एयर कंडीशन की शुरुआत विंडो एसी से ही हुई थी । इसलिए सभी के दिमाग में विंडो ए सी ही फीड है। उसी को सबसे अच्छा मानते हैं लेकिन उसके बाद स्प्लिट एसी आया स्प्लिट एसी उससे अच्छा है और कई खूबियां भी हैं स्प्लिट एसी के इन्डोर की ऊंचाई कम से कम रखी जाए तो बहुत अच्छा काम करता है।

नई टेक्नोलॉजी इनवर्टर एसी जो आया है वह तो बहुत अच्छा है उसमें क्या होता है कि आपके घर का करंट 220 वोल्ट को उसके अंदर एक मदरबोर्ड लगा होता है उसको इनवर्टर किट कहते हैं वह किट उस करंट को 310 वोल्ट कर देता है 310 वोल्ट में कंप्रेसर आसानी से चालू हो जाता है कूलिंग होने लगती है । जो टेंपरेचर आपने सेट किया है उस टेंपरेचर पर आ जाने पर कंप्रेसर का करंट 8 एंपियर से घटकर 1 एंपियर रह जाता है । यानी 8 गुना करंट कम हो जाता है ।

जैसे टेंपरेचर बढ़ता है कूलिंग फिर होने लगती है कंप्रेसर का एंपियर बढ़ जाता है कूलिंग कर देने के बाद कंप्रेसर का एंपियर फिर घट जाता है इसका कंप्रेसर बंद नहीं होता है एंपियर घटते बढ़ते रहते हैं बिजली खर्च बहुत कम आता है यही सबसे बड़ी खूबी है नई जनरेशन के मैकेनिक इसको कुछ समझने लगे हैं तो ठीक बताते हैं पुराने मैकेनिक 40 साल से काम कर रहे हैं उनके समज में यह हाई टेक्नोलॉजी नहीं आती है इसलिए वह इसको अच्छा नहीं बताते। कूलिंग टेंपरेचर 26 पर रखें ।जापान में 27 टेंपरेचर फिक्स रखा जाता है।

Sukhbir Saini लगभग 40साल एसी की ट्रेनिंग देने का और एसी रिपेयर करने का काम किया है। अपने अनुभव के आधार पर लोगों को जागरूक करते आये है। जिस कमरे में खिड़की न हो या खिड़की खुली में न खुलती हो वहां स्प्लिट एसी लगाने के अलावा दूसरा कोई विकल्प नहीं है। मगर जिस कमरे की खिड़की खुली जगह में खुलती है वहा विंडो एसी ही लगाने की सलाह देता हूं। कारण Sukhbir Saini बताते है बाकी विंडो या स्प्लिट एसी में से चुनना आप पर निर्भर करता है।

फर्क सिर्फ इतना है कि स्प्लिट एसी आवाज नहीं करता। अगर आपको आवाज पसंद नहीं है तो स्प्लिट एसी ही चुने। स्प्लिट एसी हमेशा अच्छी कंपनी का ही लगाए। जैसे – ओ जरनल, दकैन, हिताची जो कम से कम तीन स्टार तो होना ही चाहिए। स्प्लिट एसी विंडो एसी से हमेशा महंगा होता है।

सप्लित एसी में वॉटर लिकेज की प्रॉब्लम बहुत ज्यादा होती है। इसलिए स्प्लिट एसी को कभी भी टीवी के ऊपर या बेड के उपर न लगाए। आपको अपने एसी के साथ साथ टीवी भी बार बार रिपेयर करवाना पड़ेगा। स्प्लिट एसी की फिटिंग में बहुत तोड़ फोड़ करनी पड़ती है। इसकी स्विंग मोटर आम तौर पर खराब ही रहती है।

अब बात विंडो एसी की करते हैं। विंडो एसी सस्ते होते हैं । इनमे वॉटर लिकेज की प्रॉब्लम नहीं होती। स्विंग मोटर कम खराब होती है अगर खराब हो भी तो आसानी से बदली जा सकती है। सस्ती भी होती है। विंडो एसी में गैस लिकेज की प्रॉब्लम बहुत कम होती है जबकि स्प्लिट एसी में यह प्रॉब्लम बहुत ज्यादा होती है।स्प्लिट एसी में अगर किसी वजह से कूलिंग कम हो गई हैं तो 99प्रतिशत मैकेनिक आपको गैस टॉप अप करने या दोबारा भरने के लिए कहेंगे।चाहे कूलिंग कम होने की वजह कुछ और ही क्यों ना हो।

यदि पुराने भवन में लगाया जा रहा है तो भी कुछ दीवारों में छेद २” व्यास का पर्याप्त है पानी की समस्या के लिए समय समय पर इनडोर यूनिट की सफाई की जाए। रात को सोने के लिए ही सब से अधिक आवश्यकता रहती है उस समय एसी का शोर ही विंडो से स्प्लिट एसी के प्रचलन का कारक है। बिजली की बचत भी करता है। स्प्लिट एसी कमरे की छत के पास होने से अलग से जगह भी नहीं घेरता और बाहर की यूनिट सुविधा अनुसार कहीं दूर भी लगाई जा सकती है। चालीस-पचास फुट ऊपर या नीचे आगे पीछे कहीं भी।

आधुनिक घरों की खिड़की प्रकाश के लिए बहुत बड़ी और बंद शीशे की होती हो और अधिक से अधिक एक छोटी सी खिड़की खुल सकने वाली बनाई जाती है। उसे भी केवल सफाई के लिए खोलना पड़ता है। वरना धूल व शोर के कारण बंद ही रखना पड़ता है। आज के एसी वाले घर खुले वातावरण में बन रहे हैं उनमें ताजी हवा की अधिक आवश्यकता नहीं होती क्योंकि उनमें रहने वाले लोग भी पहले से बहुत कम रहते हैं (200 वर्ग गज में तीन से पांच लोग)। यदि शोर से परेशानी न हो तो विंडो एसी के साथ की खिड़की में डेजर्ट कूलर लगाया जाए तो बिजली की बचत भी होगी यदि एसी केवल मानसून की गर्मी के दिनों में चलाएं।

विंडो एसी में खपत ज्यादा भी है स्प्लिट एसी की कूलिंग विंडो एसी की कूलिंग में फर्क है विंडो डायरेक्ट कुल हवा देता है सिपलिट एसी पहले टेंपरेचर को कंट्रोल करेगा फिर कुल हवा देगा जिससे कूलिंग काफी देर तक बनी रहेगी। विंडो ए सी का उत्पादन लगातार कम होता जा रहा है, शायद इसीलिए कि इसकी लाइफ अधिक होती है और कंपनी का मुनाफा कम हो जाता है। अगर विंडो AC की सही ढंग से फिटिंग करी हो तो आवाज़ की कोई तखलीफ़ नहीं होती है।

एक टन का हिताची का ac 10 x 12 के रूम को भी ठंडा नहीं कर पाता क्या वजह है. AC की कूलिंग tube पंक्चर क्यों होती है जिस की वजह से गैस लीक हो जाती है।
स्प्लिट एसी में अगर किसी वजह से कूलिंग कम हो गई हैं तो 99प्रतिशत मैकेनिक आपको गैस टॉप अप करने या दोबारा भरने के लिए कहेंगे। चाहे कूलिंग कम होने की वजह कुछ और ही क्यों ना हो। ऐसा हि मेरे साथ हुया था,अन्त मे गैस क्म कर ने के बाद काम कर ने लगा।

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