छोड़कर सामग्री पर जाएँ

जानिये सेहत सुधारने वाले उन सात मसालों के बारे में जिनमें होते हैं हीलिंग गुण

इस ख़बर को शेयर करें:

क्या आप जानते है की हमारे किचन (kitchen) में कितने ही ऐसे मसाले मौजूद है जिनमें होते हैं सेहत सुधारने वाले हीलिंग गुण! अगर नही, तो फिर चलिए मिलकर जानते है, उन मसालों के बारें में जिनके प्रयोग (use) से हम खाने में स्वाद (taste in food) बढ़ाने के साथ-साथ के औषधि (medicine) के तौर पर हर रोज करते है।

हीलिंग गुणों से भरपूर मसाले हमारे भोजन को जायका प्रदान करने के अलावा, कुछ मसाले औषधीय गुणों से भरपूर होते है। मसाले हमारे भोजन का स्वाद तो बढ़ाते ही हैं, हमारी सेहत की रक्षा भी करते हैं। कुछ मसाले तो अपने खास गुणों के कारण घरेलू औषधि के रूप में भी काम आते हैं। आइए ऐसे ही कुछ मसालों के बारे में जानकारी लेते हैं, जो कुछ बुनयादी स्वास्थ्य समस्याओं के इलाज के लिए इस्तेमाल किये जा सकते हैं। (use for health treatment).

एंटी-बैक्टीरियल हल्दी (Anti bacterial Turmeric)
हल्दी के बिना खाने के रंग और स्वाद की कल्पना भी नहीं की जासकती है। हल्दी हीलिंग के मामले में सबसे पहले नंबर पर आती है। ऐसा माना जाता है कि हल्दी सबसे शक्तिशाली (strong) मसाला है, जिसमें प्राकृतिक रूप से मिलने वाला एंटी-सेप्टिक और एंटी-बैक्टीरियलगुण (anti septic and anti bacterial) होते है। हल्दी में करक्यूमिन नाम का एक प्राकृतिक तत्व होता है, जो सूजन कम (for reducing swelling) करने में मदद करता है। हल्दी त्वचा संबंधी परेशानियों (helpful in skin problems) को दूर करने में भी मददगार है। यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाती है, जिससे शरीर बीमारियों से लड़ने के लिए खुद को तैयार कर लेता है।
Click Here for more tips for better health

आयरन का स्रोत जीरा (Good Source of Iron- Jeera)
जीरे में भी एंटी-बैक्टीरियल विशेषताएं (specialties) पाई जाती है। जीरा आयरन का सबसे अच्छा स्रोत है (good source of iron), जिसे नियमित रूप से खाने से खून की कमी दूर होती है। खाना हजम नहीं होता या फिर एसीडिटी (acidity) है तो कच्चा जीरा मुंह में डाल कर खा लें, आराम मिलेगा। वैसे जीरे की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इससे खाने से गैस, अपच जैसी समस्याओं से बचा जा सकता है। कई लोग जीरे की इसी विशेषता के कारण जीरे का प्रयोग रोटियों या परांठों में भी करते है।

तीखी लाल मिर्च (Spicy Red Chilli)
लाल मिर्च भोजन में स्वादिष्ट तीखा स्वाद डालने वाला प्रमुख मसाला है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट बुरे कोलेस्ट्रॉल से बचाव (save from bad cholesterol) में सहायता करता है। यह कैलोरी जलाने (burn calorie) में भी अहम भूमिका निभाता है। साथ ही लाल मिर्च पाचन शक्ति (digestion system) बढ़ाती है।

सुगंधित दालचीनी
एक शोध के अनुसार, खाने को सुगंधित करने वाली यह छाल डायबिटीज रोगियों के लिये बहुत लाभकारी (good for diabetes patients) होती है। दालचीनी कैल्शियम और फाइबर का एक बहुत अच्छा स्रोत (good source of calcium and fiber) है। दालचीनी मधुमेह को संतुलित करने के लिए एक प्रभावी औषधि (good for controlling sugar) है, इसलिए इसे गरीब आदमी का इंसुलिन भी कहते हैं। दालचीनी ना सिर्फ खाने का जायका बढ़ाती है, बल्कि यह शरीर में रक्त शर्करा को भी नियंत्रण में रखता है। जिन लोगों को मधुमेह नहीं है वे इसका सेवन करके मधुमेह से बच सकते हैं। और जो मधुमेह के मरीज हैं वे इसके सेवन से ब्लड शुगर को कम कर सकते है। इसके अलावा डायरिया, खराब खून का दौरा, पेट की खराबी (Stomach problem) और मासिक के दौरान खराब मूड को यह ठीक करती है।
CLICK HERE: Apne Dil Ko Majboot Banaye

पेट के लिए अजवायन (Ajwain is for stomach)
अजवायन को किसी से कम न समझे! अजवायन में स्वास्थ्य सौंदर्य (health and beauty), सुगंध तथा ऊर्जा प्रदान (strength giver) करने वाले तत्व होते हैं। यह बहुत ही उपयोगी होती है। अजवायन गैस या एसिडिटी की समस्या में बहुत की असरदार होता है। अगर आपको बहुत अधिक एसिडिटी हो तो आप थोड़े से गुनगुने पानी के साथ अजवायन को ले सकते है। मगर इसका ज्यादा सेवान करने से पेट में जलन हो सकती है।

जायफल – गर्म मसाले की शान
जायफल बहुत ही थोड़ी मात्रा में गर्म मसाले में प्रयोग किया जाने वाला एक मसाला है। यह बहुत ही गुणकारी होता है। इसके औषधीय गुण इसे और महत्वपूर्ण (important) बनाते हैं। एक जायफल कई बीमारियों में काम आता है। जायफल में एंटी बैक्टीरियल तत्व पाये जाते हैं। यह दांतों की सड़न से लड़ता है (bad smell of mouth)। साथ ही दिमाग को मजबूत (making brain strong) कर के एल्जाइमर से लड़ता है। इसे खाने में मिला कर खाने से भूख बढती है।

स्वास्थ्य को दुरुस्त रखें लौंग
लौंग (cloves) की भारतीय खाने में खास जगह है। इसके उपयोग से खाने में स्वाद के साथ-साथ कुछ अहम गुण भी जुड जाते हैं। इसका उपयोग तेल व एंटीसेप्टिक (oil and antiseptic) रुप में किया जाता है। लौंग में आपके स्वास्थ्य को दुरुस्त रखने के कई गुण होते हैं। दांत या मसूढ़े में दर्द है तो मुंह में एक लौंग रख लें। दर्द में लाभ मिलेगा। सीने में दर्द, बुखार (fever), पेट की परेशानियां और सर्दी-जुकाम में भी लौंग फायदेमंद (helpful) साबित होता है।

गणेश मुखी रूद्राक्ष पहने हुए व्यक्ति को मिलती है सभी क्षेत्रों में सफलता एलियन के कंकालों पर मैक्सिको के डॉक्टरों ने किया ये दावा सुबह खाली पेट अमृत है कच्चा लहसुन का सेवन श्रीनगर का ट्यूलिप गार्डन वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में हुआ दर्ज महिला आरक्षण का श्रेय लेने की भाजपा और कांग्रेस में मची होड़