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हरे नारीयल का पानी मीठा, शीतल, पोषक, तुरंत शक्ति देने वाला, मूत्रल और प्यास कम करने लगता हैं। नारियल के पानी की शर्करा का शरीर में तुरंत शोषण हो जाता हैं।
कच्चे हरे नारियल का पानी पक्के नारियल की तुलना में काफी पौष्टिक और लाभदायक होता हैं। हरे नारियल के पानी को तुरंत पी लेना चाहिए, पड़े रहने से इसके गुण कम होने लगते हैं।
टाइफाइड, कोलाइटिस, चेचक, पेचिश, अतिसार या डिप्थीरिया इत्यादि में नारियल नारियल का पानी अधिक हितकारी हैं।
पत्थरी में फायदेमंद।
नारियल पानी मूत्रल होने के कारण मूत्र सम्बन्धी सभी बीमारियो में और पत्थरी में काफी लाभदायक सिद्ध होता हैं।
डी हाइड्रेशन।
तेज़ बुखार उलटी दस्तो के कारण बच्चो या बड़ो को डी हाइड्रेशन हो जाता हैं उस समय नारियल पानी बहुत फायदेमंद हैं। बच्चो को ये एक साथ नहीं पिलाना चाहिए, 2-2 चम्मच कर के 10-10 मिनट में देना चाहिए। और बड़ो को एक साथ पिला सकते हैं।
बच्चो के मल में कीड़े आने पर।
नारियल के पानी में स्वादानुसार निम्बू मिला कर पिलाने से बच्चो के मल में कीड़े आने और उलटी होने पर बहुत लाभदायक हैं। बच्चो को 10-10 मिनट में 2-2 चम्मच नारियल पानी पिलाना चाहिए।
बच्चो के दूध का विकल्प।
अगर माँ का दूध कम आता हो तो बच्चो को दूध में नारियल पानी मिलाकर पिला सकते हैं। जिन बच्चों को दूध नहीं पचता, उनको दूध में नारियल पानी मिलाकर देने से दूध जल्दी पच जाता हैं।
शरीर में दाह गर्मी।
नारियल शरीर में ठंडक लाता हैं। प्रात: भूखे पेट नारियल के पानी में निम्बू का रस मिलाकर पीने से शरीर की सारी गर्मी मूत्र एवं मल के साथ निकल जाती हैं और रक्त शुद्ध होता हैं।
झुर्रियां मुहांसे।
कील मुंहासे हटाने के लिए चेहरे को नारियल के पानी से नित्य दो बार तर किया करें। इस से चेहरे की झुर्रियां, सलवटें भी दूर होती हैं।
सुन्दर शिशु प्राप्ति के लिए।
गर्भावस्था में नित्य एक नारियल का पानी पीने से सुन्दर शिशु का जन्म होता हैं।