छोड़कर सामग्री पर जाएँ

अमेजन जल्द ही ड्रोन डिलीवरी शुरू करने जा रही है, कैसे होगी ड्रोन से डिलीवरी?

टैग्स:
इस ख़बर को शेयर करें:

ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन ने कहा है कि वह जल्द ही ड्रोन डिलीवरी शुरू करने जा रही है। करीब एक दशक पहले जेफ बेजोस ने ड्रोन के जरिये डिलीवरी की बात कही थी। लंबे इंतजार बाद अब यह बात हकीकत बनने जा रही है। हालांकि, इस दौरान यह कई चीजों का ध्यान रखेगा और आदर्श स्थिति में ही पैकेज ड्रॉप करेगा। कंपनी इसके लिए MK27-2 ड्रोन का इस्तेमाल करेगी, जो 12 फीट की ऊंचाई से पैकेज ड्रॉप करेगा।

अमेजन में प्राइम एयर ड्रोन प्रोग्राम की प्रमुख कैल्सी हेंड्रिकसन ने बताया कि अगर ड्रोन उड़ते समय किसी अन्य एयरक्राफ्ट के सामने आ जाता है तो यह अपना रास्ता बदल लेगा। वहीं अगर पैकेज गिराने से पहले कुत्ता भागकर ड्रोन के नीचे आ जाता है तो यह पैकेज नहीं गिराएगा। उन्होंने कहा कि इस साल के अंत तक अमेरिका के कैलिफॉर्निया और टेक्सास में ड्रोन डिलीवरी शुरू हो जाएगी। कंपनी का कहना है कि इससे डिलीवरी पूरी तरह सुरक्षित है।

लोगों ने जताई निजता के उल्लंघन की चिंता
हेंड्रिकसन ने कहा कि ड्रोन अपनी मर्जी से कुछ फैसले ले सकेगा। अगर इसके नीचे कुछ ऑब्जेक्ट है, जिससे हीट निकल रही है और यह पैकेज डिलीवर नहीं कर पाया तो वापस स्टेशन पर आ जाएगा। हालांकि, इसे पूरी तरह से स्वतंत्र नहीं रखा गया है और एक ऑपरेटर होगा, जो पूरे एयरस्पेस पर नजर रखेगा। वहीं अमेजन की इस योजना की राह आसान नहीं है और कई इलाकों में लोगों ने निजता के उल्लंघन की चिंता जताई है।

MK27-2 ड्रोन का व्यास करीब 5.5 फीट है और इसमें करीब 36 किलो वजन है। यह केवल तीन किलोग्राम से कम वजन और जूते के डिब्बे जितने आकार वाले पैकेज डिलीवर करेगा। इस पैकेज को ड्रोन के पीछे सुरक्षित स्थान पर रखा जाएगा और फिर यह हेलिकॉप्टर की तरह वर्टिकल उड़ान भरेगा। एक बार उड़ान भरने के बाद यह किसी भी दिशा में मुड़ सकता है और लोकेशन पर पहुंचने के बाद वर्टिकली नीचे आएगा।

लोकेशन पर पहुंचने के बाद ड्रोन नीचे की जगह को स्कैन करेगा और अगर यह पूरी तरह साफ होती है तो पैकेज को गिरा देगा। हालांकि, इसके लिए उसे पर्याप्त जगह चाहिए होगी। पूरी तरह ऑटोनमस यह ड्रोन 12 किलोमीटर उड़ान भर सकता है। इसके जरिये डिलीवर होने वाले प्रोडक्ट को खासतौर पर अलग से पैक किया जाएगा। अमेजन का कहना है कि हजारों ऐसे प्रोडक्ट हैं, जिनकी ड्रोन के जरिये डिलीवरी की जा सकती है।

2013 में अपनी शुरुआत के बाद से प्राइम एयर धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा है। 2016 में इसने मात्र एक पैकेज डिलीवर किया था और उसके बाद से क्रैश और टर्नओवर के चलते इसका काम ठप्प था। 2020 में अमेरिका के फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन की तरफ से ड्रोन उड़ाने की मंजूरी मिलने के बाद इसके काम ने रफ्तार पकड़ी है। कंपनी अब एक नए ड्रोन MK30 पर भी काम कर रही है, जो हल्की बारिश में उड़ने में भी सक्षम होगा।

गणेश मुखी रूद्राक्ष पहने हुए व्यक्ति को मिलती है सभी क्षेत्रों में सफलता एलियन के कंकालों पर मैक्सिको के डॉक्टरों ने किया ये दावा सुबह खाली पेट अमृत है कच्चा लहसुन का सेवन श्रीनगर का ट्यूलिप गार्डन वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में हुआ दर्ज महिला आरक्षण का श्रेय लेने की भाजपा और कांग्रेस में मची होड़