हैकर्स जूम वीडियो और ऑडियो फीड को आसानी से अपने फायदे के लिये यूज कर सकते हैं. इससे बचने के लिये सरकार ने यूजर्स को चेतावनी जारी की है। 

अगर आप Zoom वीडियो और ऑडियो प्लैटफॉर्म का इस्तेमाल करते है तो बिना देर किये इसे तुरंत अपडेट करें। 

भारतीय कंप्यूटर एमर्जेंसी रिस्पॉन्स टीम (CERT-In) के अनुसार Zoom के वीडियोज और ऑडियोज पर हैकर्स की नजर है। 

इसकी वलनरेबिलिटी के कारण इसे हैकर्स आसानी से हैक कर सकते हैं. लिहाजा जूम और सरकार ने इसे जल्द से जल्द अपडेट करने की सलाह दी है. 

हैकर्स ऑडियो और वीडियो फीड को हैक कर सकते हैं और आपके वीडियो या ऑडियो मीटिंग में भी रुकावटें आ सकती हैं। 

मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी में यह कंफर्म हो गया है। 

सरकार और Zoom ने इस वर्नेबिलिटी को CVE-2022-28758, CVE-2022-28759, और CVE-2022-28760 के रूप में पहचाना है।

Zoom के ऑन-प्रीमाइस मीटिंग कनेक्टर MMR को प्रभावित कर सकता है। 

जूम ने बताया "ऑन-प्रीमाइस मीटिंग कनेक्टर MMR में संस्थान , मीटिंग कनेक्टर वर्चुअल मशीन को इंटर्नल कंपनी नेटवर्क से जोड़ता है.

इसके जरिये कंपनियां प्राइवेट क्लाउड पर मीटिंग कर पाती हैं. 

सरकार ने 19 सितंबर को इसे लेकर अलर्ट जारी किया. Zoom ने 13 सितंबर को ही एडवाइजरी जारी कर दी थी.

सुरक्षा को ध्यान में ध्यान में रखते हुए सरकार ने Zoom के लेटेस्ट वर्जन को अपडेट करने की सलाह दी है. यूजर्स अपने मोबाइल ऐप को भी अपडेट कर सकते हैं.