धनतेरस के दिन क्यों खरीदते हैं सोना-चांदी और बर्तन? जानें इस पौराणिक कथा
हिंदू धर्म में धनतेरस का विशेष महत्व है और इस दौरान नई चीजें खरीदने की परंपरा है.
मान्यता है कि धनतेरस के दिन सोना-चांदी व बर्तन खरीदे जाते हैं.
इसके अलावा नई गाड़ी या प्रॉपर्टी खरीदने के लिए भी धनतेरस का दिन बेहद ही शुभ माना गया है.
इस साल धनतेरस का त्योहार 22 और 23 अक्टूबर दोनों दिन मनाया जाएगा. लेकिन ज्योतिषाचार्य के अनुसार 22 अक्टूबर को धनतेरस का त्योहार मनाना अधिक शुभ होगा.
आमतौर पर धनतेरस के दिन लोग बर्तन जरूर खरीदते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि खरीदारी के दिन धनतेरस का दिन शुभ क्यों माना गया है?
हिंदू धर्म में धनतेरस का विशेष महत्व है और यह त्योहार हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन मनाया जाता है.
इस दिन भगवान धन्वंतरी व भगवान कुबेर का पूजन किया जाता है. धनतेरस के दिन बर्तन व नया सामान खरीदने का चलन है और इसके पीछे एक पौराणिक कथा छिपी हुई है.
प्रचलित कथा के अनुसार कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन ही भगवान धन्वंतरि भी महालक्ष्मी की तरह सागर मंथन से उत्पन्न हुए थे.
तभी से इस दिन को भगवान धन्वंतरि के जन्मदिवस के रूप मनाया जाता है. हिंदू धर्म में धनतेरस का है विशेष महत्व।
प्रचलित कथा के मुताबिक समुद्र मंथन के दौरान भगवान धन्वंतरी ने जन्म के दौरान हाथ में अमृत का एक पात्र लिया हुआ था.
अमृत के कलश को लेकर ही भी प्रकट हुए थे और तभी से इस दिन यानि धनतेरस के दिन से बर्तन खरीदने की पंरपरा चली आ रही है.
धनतेरस के दिन बर्तन व अन्य कोई धातु खरीदना बेहद ही शुभ व फलदायी माना जाता है. यदि संभव हो तो धनतेरस के दिन चांदी खरीदनी चाहिए.
चांदी खरीदना शुभ होता है. यदि चांदी न खरीद सकें तो पीतल, कांसा और सोना भी खरीदा जा सकता है.