नवरात्रि के नौ दिनों में लोग देवी मां को अपने-अपने तरीकों से रिझाने की कोशिश करते हैं और उपवास भी रखते हैं।
भारत में त्योहारों के दौरान उपवास रखना एक आम बात है। उपवास हमारे शरीर के लिए क्यों जरूरी है? आइये आज इससे जुड़ी महत्वपूर्ण बाते जानें।
आयुर्वेद के अनुसार उपवास हमारे अंगों को आराम करने और शरीर को अपने तंत्र को शुद्ध करने में मदद करता है।
इसके अतिरिक्त, यह हमारे शारीरिक सिस्टम को शुद्ध करने और देवता का आशीर्वाद प्राप्त करने का एक आध्यात्मिक तरीका भी है।
नवरात्रि के दौरान उपवास रखना एक प्राचीन परंपरा है। पर बहुत से लोग उपवास रखने के पीछे वैज्ञानिक कारण और महत्व को नहीं जानते हैं।
मौसम में बदलाव होने पर शरीर का मजबूत और स्वच्छ होना बहुत जरूरी है ताकि यह बीमारियों और संक्रमण से सुरक्षित रहे।
इसके लिए उपवास के दौरान खाएं जाने वाले व्यंजन और पूजा के लिए शारीरिक सफाई, दोनों ही फायदेमंद हैं, जिसका नवरात्रि में लोग खास ध्यान रखते हैं।
हमारे शारीरिक सिस्टम को शुद्ध करने और अंगों को आराम देने में मदद करने के अलावा उपवास स्वास्थ्य लाभ देने में भी सक्षम है।
उपवास रखने से शारीरिक सूजन में कमी, रक्त शर्करा नियंत्रित, स्वास्थ्य हृदय और बेहतर मानसिक स्वास्थ्य समेत रोग प्रतिरोधक क्षमता के मजबूत होने की संभावना काफी बढ़ जाती है।
नवरात्रि में उपवास में तामसिक चीजें मांसाहारी भोजन, प्याज और लहसुन का सेवन क्यों नहीं किया जाता है? इन खाद्य पदार्थों को खाने से परहेज करते हैं।
विशेषज्ञ के अनुसार, उपवास के दौरान मांसाहारी व्यंजन, प्याज और लहसुन जैसे कुछ खाद्य पदार्थों से बचने की सलाह दी जाती है,
बदलते मौसम के दौरान शरीर उन्हें पचाने में अधिक समय और ऊर्जा खर्च करता है। इसके चलते अन्य कार्यों के लिए कम ऊर्जा बचती है।
उपवास के दौरान क्या खाना चाहिए? उपवास के समय ऐसी कई चीजें हैं, जिनका सेवन स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है।
उपवास के दौरान ध्यान रखना जरूरी है कि आप क्या खा रहे हैं, कितना खा रहे हैं और कब खा रहे हैं।
हर भोजन में कुछ प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ जैसे पनीर, दही और छाछ शामिल करें। इसके अतिरिक्त, सलाद, फलों की चाट, स्मूदी समेत पानी आदि का भी सेवन करें।