जानकारी के मुताबिक मंत्रालय ने कार में 6 एयरबैग अनिवार्य संबंधी नियम को लागू करने के लिए 1 अक्टूबर की तारीख तय कर रखी है.

कारों में 6 एयरबैग को अनिवार्य बनाए जाने को लेकर व्यक्तिगत और एक मंत्री के तौर पर नितिन गडकरी भी काफी सजग हैं.

बड़ा सवाल ये है कि क्या सरकार 1 अक्टूबर से कार में 6 एयरबैग के नियम को लागू कर पाएगी.

हालांकि कार कंपनियों ने 6 एयरबैग को अनिवार्य बनाए जाने को लेकर थोड़ी नाराजगी जाहिर की और इस वजह से ये नियम अभी तक अनिवार्य नहीं बन सका है.

सूत्रों का कहना है कि भारत में पर्याप्त संख्या में एयरबैग का प्रोडक्शन करने की क्षमता नहीं है. 

इसलिए मुमकिन है कि 6 एयरबैग के नियम को लागू होने में 18 महीने तक की देरी हो सकती है. 

इस नियम को लागू करने के लिए देश में लगभग 1.8 करोड़ एयरबैग की जरूरत पड़ेगी.

मंत्रालय (MoRTH) ने इस साल जनवरी में 6 एयरबैग को अनिवार्य करने वाले नियम का एक ड्रॉफ्ट नोटिफिकेशन जारी किया है.

देश की सभी कार निर्माता कंपनियों को 1 अक्टूबर, 2022 से प्रस्तावित गाइडलाइंस का पालन करने को कहा गया है.

हालांकि इस नियम को लेकर भारतीय ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री से मिल-जुली प्रतिक्रिया देखने को मिली है.

मारुति सुजुकी जैसी बजट रेंज की कार बनाने वाली कंपनियों ने 6 एयरबैग को अनिवार्य बनाए जाने के मुद्दे पर ये बताते हुए नाखुशी जाहिर की थी कि इससे कारों की कीमत बढ़ जाएगी। 

बजट रेंज वाले लोगों की पहुंच से कार खरीदना दूर हो जाएगा. इसके बाद खुद नितिन गडकरी ने एक एयरबैग की कीमत बताई थी की एक एयरबैग की कीमत लगभग 900 रुपये पड़ती है.