इजरायली पीएम बेंयामिन नेतन्याहू और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कल गुजरात के धोलेरा में उद्मियों के नेटवर्क I-CREATE का उद्घाटन किया। इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा कि I-CREATE दोनों देशों के नए युग में सहयोग का आधार बनेगा और दोनों देशों के उद्मियों को जोड़ेगा।
आई क्रिएट एक स्वतंत्र केन्द्र है, जिसका गठन खाद्य सुरक्षा, पानी, सम्पर्क, साइबर सुरक्षा, सूचना प्रौद्योगिकी और इलेक्ट्रॉनिक ऊर्जा आदि प्रमुख क्षेत्रों में उद्यमिता के माध्यम से रचनात्मकता, नवाचार, इंजीनियरी, उत्पाद डिजाइन और उभरती तकनीकों को सुगम बनाने के लिए किया गया है। इस मौके पर इस्राइली प्रधानमंत्री ने कहा कि इस्राइल भारत के साथ पानी, कृषि, स्वास्थ्य और जीवन विज्ञान जैसे हर क्षेत्र में साझेदारी के लिए तैयार है।
नेता जो भविष्य के लिए सोचते हैं, दो एशिया की बड़ी शक्ति और एक लक्ष्य … इनोवेशन। अहमदाबाद से 50 किलोमीटर दूर जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और इजरायली पीएम बेन्यामिन नेतन्याहू धोलेरा में आईक्रिएट का उद्धाटन करने पहुंचे तो लक्ष्य था दोनों देशों के बीच इनोवेशन संबंधों को नई उड़ान देना। युवाओं के अरमानों को नये पंख लगाना।
गुजरात की जमीन से बुधवार को आई-क्रिएट के जरिये एक नये अध्याय की शुरूआत हो गई। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि किसी भी इनोवेशन के लिए साहस की जरूरत होती है और युवाओं को आगे बढ़ने में आने वाली तमाम रूकावटों को हटाना उनकी सरकार का मकसद है। खास दिन के खास मौके पर पीएम मोदी ने खास मंत्र दिया।
पीएम मोदी ने कहा कि जब भी कोई नई या अलग शुरूआत की जाती है तो लोग उसका मजाक उड़ाते है और इसके लिए युवाओं को बिना कुछ सोचे अपने लक्ष्य की तरफ बढ़ाना चाहिए। तकनीक के सहारे ऊंची छलांग लगाने लिए प्रधानमंत्री मोदी ने इजरायल के जज्बे की तारीफ की।
दोनों देश इनोवेशन के जरिये जुड़ सके इसके लिए 2017 में भारत इजरायल चैलेंज के विजेताओं पुरस्कार दिये गये। कृषि, स्वास्थ्य और जल क्षेत्र में कुछ नया करने वाले इन युवाओं का जोश देखने वाला था। दोनों नेताओं के बीच दोस्ती की शुरूआत पिछले साल पीएम मोदी के दौरे से हुई थी, आई-क्रिएट के मंच पर भी दोनों नेता खास अंदाज में दिखे।
पीएम नेतन्याहू ने प्रधानमंत्री मोदी को गल मोबाईल जीप तोहफे में दी। पिछले साल प्रधानमंत्री मोदी की इजरायल यात्रा के दौरान दोनों नेता इसी जीप में समुन्द्र किनारे सैर करते नज़र आये थे। खास तरह की इस जीप का वजन 1540 किग्रा। 90 किमी.प्रति घण्टा की स्पीड से चलने वाली ये जीप रोजना 20 हजार लीटर पानी को पीने लायक बना देती है।
आईक्रियेट केंद्र पहुंचते ही दोनों नेताओं ने एक स्टार्ट अप प्रदर्शनी का दौरा किया, और उद्दमियों से बातचीत की। आईक्रियेट केंद्र की नींव 2012 में रखी गई थी। नींव रखी थी अब के प्रधानमंत्री और तब के गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी ने। उद्यमशीलता और प्रौद्योगिकी के इस अंतर्राष्ट्रीय केंद्र की आधारशिला भविष्य के लिए नयी उम्मीद थी। 2012 में नई उम्मीदों की
नई पहल वाले इस केन्द्र का मकसद नये उद्यमियों को मौके देना है। एक ऐसा देश जो पूरी दुनिया में स्टार्ट अप के लिए जाना जाता है तो दूसरी तरह एक देश जो स्टार्ट अप को रफ्तार देने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहा है ऐसे में नवाचार, प्रौद्योगिकी और उद्यमशीलता को बढ़ावा देने वाला ये केन्द्र दोनों देशों के रिश्तों में निश्चितौर पर मील का पत्थर साबित होगा।