कोरोना काल में सभी परेशान हैं. ऐसे में जिन लोगों ने होम लोन (Home Loan) लिया हुआ है उनकी परेशानी को कम करने के लिए कुछ बड़े फैसले लिए जा सकते हैं. SBI समेत सभी बैंक होम लोन को लेकर ऐसी व्यवस्था बनाने पर विचार कर रहे हैं जिससे लोन चुकाने में मिलनेवाली छूट के बाद भी लोन चुकाने का कुल वक्त दो साल से ज्यादा न बढ़े.
जिन ऑप्शन पर बैंक विचार कर रहे हैं उसमें होम लोन ईएमआई (Home Loan EMI) को कुछ महीने के लिए बंद करने का ऑप्शन मिल सकता है. या लोग दो साल तक कुछ कम ईएमआई देने का ऑप्शन भी चुन सकते हैं. ये ऑप्शन उन लोगों के लिए होंगे जिनकी इनकम इस महामारी में जीरो हो गई है, या फिर वे महामारी में सैलरी कट या दूसरी दिक्कत है परेशान रहे.
फिलहाल बैंक मोटा-मोटा आइडिया लगा रहे हैं कि कितने लोग किस्त भरने में दिक्कतों का सामना कर रहे है. लोगों को यह राहत महामारी को देखते हुए ही देने का फैसला किया गया है. बैंकों का कहना है कि यह एजेंसी लगाकर संपत्ति जब्त करने के लिए सही वक्त नहीं है.
खबर के मुताबिक, के वी कामथ कमेटी रीटेल और होम लोन रिस्ट्रक्चर के मामले को नहीं देखेगी. इसपर बैंकों को खुद फैसला लेना होगा. अगले महीने के शुरुआत में इसका कुछ नतीजा निकल सकता है. के वी कामथ कमेटी को सरकार ने नियुक्त किया था. कमिटी का काम यह देखना है कि कोरोना काल में संकट झेल रहे संपत्तियों को कैसे बाहर निकाला जाए.