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जब से जंगली क्षेत्र कम होने लगा है तबसे जंगली जानवरों के उत्पात आबादी में होने लगे हैं। जंगलों के आसपास रहने वाले लोगों के लिए जंगली जानवर अभिशाप साबित होने लगे हैं और इन जंगली जानवरों के हमले से हर साल सैकड़ों लोगों की मौत हो जाती है। मानव आवादी के कुछ हिस्से के किसान अगर आदमखोर जानवरों से परेशान हैं तो कुछ इलकों में किसान जंगली शेरों और चीतों से अधिक परेशान हैं। यह जंगली हाथी शेर भालू चीता से अधिक भयावह हैं क्योंकि यह गुस्सा में आकर हर तरह का नुकसान करने लगते हैं।
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