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प्रयागराज: प्रयागराज सोमवार भारतीय संस्कृति और परंपरा का एक ऐसा सुंदर और श्रृंगार रूपी व्रत हरितालिका तीज का व्रत जिसे सुहागिन महिलाएं निर्जल होकर व्रत रखती हैं। और भगवान शंकर पार्वती की आराधना करती हैं। भजन कीर्तन करती हैं। और अपने पति की लंबी उम्र की आयु की कामना करती। इसी हरितालिका व्रत के पर्व पर प्रयागराज की सुहागिन महिलाओं ने निर्जल व्रत रखा। और गंगा स्नान किया प्रयागराज के विभिन्न घाटों पर सुबह शाम भारी संख्या में महिलाओं के स्नान करने की वजह से भीड़ रही। घाट पर भजन कीर्तन होते रहे। बाजार में भी चहल-पहल रही पूजन सामग्री खरीदने के लिए महिलाओं का जमवाड़ा रहा। गंगा स्नान करने हेतु महिलाओं के घाट पर जाने और आने से यातायात भी काफी प्रभावित रहा ।महिलाओं के हरतालिका व्रत सुहागिन महिलाओं ने निर्जल व्रत रखकर गंगा स्नान कर सोलह सिंगार कर भगवान शिव पार्वती की आराधना की पूजन अर्चन किया और अपने पति की लंबी आयु की कामना की ।पूजन अर्चन के दौरान शिव मंदिरों में खूब भीड़ जुटी हरितालिका तीज के व्रत पर भारतीय संस्कृति की परंपरा मेहंदी लगाने का दौर आज तीज पर और करवा चौथ पर सबसे आगे रहता है ।महिलाओं का कहना है कि अगर तीज पर मेहंदी नहीं लगाई तो कोई सिंगार नहीं हुआ। सिंगार का एक हिस्सा मेहंदी को भी माना जाता है। [ब्यूरो रिपोर्ट]